31 जनवरी को नए चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन करेंगे पीसी, आर्थिक सर्वे के बाद रखेंगे अपनी बात
CEA Dr V. Anantha Nageswaran Press Conference: CEA का कार्यभार ग्रहण करने के बाद पहली बार डॉ. नागेश्वरन मीडिया से मुखातिब होंगे. उम्मीद की जा रही है कि वो देश के आर्थिक हालात के बारे में बात करेंगे. इस पीसी को आप यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर लाइव सुन सकते हैं.
CEA Dr V. Anantha Nageswaran Press Conference: 31 जनवरी (सोमवार ) को देश नए चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश करने के बाद वो पीसी करेंगे. CEA का कार्यभार ग्रहण करने के बाद पहली बार डॉ. नागेश्वरन मीडिया से मुखातिब होंगे.
उम्मीद की जा रही है कि वो देश के आर्थिक हालात के बारे में बात करेंगे. इस पीसी को आप यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर लाइव सुन सकते हैं. आपको बता दें कि आर्थिक सर्वे के ठीक एक दिन बाद यानी 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश किया जाएगा.
अर्थव्यवस्था की तस्वीर पेश करता है इकोनॉमिक सर्वे
इकोनॉमिक सर्वे एक साल में देश के आर्थिक विकास का लेखा-जोखा होता है. जिसके आधार पर यह अंदाजा लगाया जाता है कि पिछले एक साल से अंदर देश की अर्थव्यवस्था किस तरह की रही. किन मोर्चों पर फायदा मिला और कहां नुकसान हुआ. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इकोनॉमिक सर्वे पिछले एक साल के अंदर देश की अर्थव्यवस्था की तस्वीर पेश करता है.
सरकार को दिए जाते हैं सुझाव
इसी इकोनॉमिक सर्वे के आधार पर यह तय किया जाता है कि आने वाले साल में अर्थव्यवस्था के अंदर किस तरह की संभावनाएं हैं. खास बात यह है कि इस सर्वे के आधार पर सरकार को सुझाव भी दिए जाते हैं. लेकिन इन्हें लागू करना है या नहीं करना सरकार की जिम्मेदारी होती है. यही वजह है कि इकोनॉमिक सर्वे बजट के ठीक पहले संसद में पेश किया जाता है.
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शुक्रवार को हुई नियुक्ति
आम बजट से ठीक पहले शुक्रवार को डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन को चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर नियुक्त किया गया. इससे पहले वो एक लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं. उन्होंने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूल और प्रबंधन संस्थान में पढ़ाया है. वहीं उनकी कई किताबें भी प्रकाशित हुई हैं.
डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन IFMR ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन रहे हैं. वहीं Krea यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के विशिष्ट विजिटिंग प्रोफेसर भी थे. वह 2019 से 2021 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद के पार्ट टाइम सदस्य भी रहे हैं. उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद से मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा किया है.