Indian Economy: देश की इकोनॉमी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति को फिर से हासिल करने के लिए ट्रैक पर बनी हुई है. शुक्रवार को जारी आधिकारिक अनुमानों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी 9.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी.

कितना है जीडीपी अनुमान

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राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने अपने पहले एडवांस्ड एस्टिमेट में अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के वित्तीय वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 9.2 फीसदी से बढ़ने का अनुमान लगाया है. हालांकि यह अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुमानों से कम है. RBI ने पिछले महीने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी के 9.5 फीसदी से बढ़ने का अनुमान लगााया था.

 

कोरोना वायरस झेल रही देश की इकोनॉमी ने पिछले वित्त में 7.3 फीसदी की गिरावट देखी थी.

इकोनॉमी पर है कोरोना वायरस का खतरा

वित्तीय वर्ष के खत्म होने में अभी एक तिमाही का समय बाकी है. हाल के दिनों में कोरोना के नए मामलों में काफी वृद्धि हुई है, जिसमे Omicron वेरिएंट के चलते और तेजी आई है. जिसे देखते हुए देश के कई हिस्सों में कोरोना प्रतिबंधों को बढ़ा दिया है. इससे इकोनॉमी पर बुरा असर पड़ सकता है. ओमिक्रोन वेरिएंट के कारण बढ़े Covid-19 के तीसरे लहर की आशंका देश के इकोनॉमी पर गहरा प्रभाव डाल सकती है.

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कोरोना के पहले से बेहतर होगी इकोनॉमी

सरकारी अनुमानों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में 9.2 फीसदी की वृद्धि के साथ इकोनॉमी अपने Covid-19 के पहले के स्तर को पार कर जाएगी. इसमें मुख्य रूप से कृषि, माइनिंग और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का बेहतर प्रदर्शन शामिल है.

सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021-22 में स्थिर कीमतों (2011-12) पर रियल GDP का अनुमान 147.54 लाख करोड़ रुपये है, जबति वर्ष 2020-21 के लिए GDP के अनंतिम अनुमान 135.13 लाख करोड़ रुपये है.