Indian Economy: भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. ऐसा मुख्य आर्थिक सलाहकार ( (Chief Economic Advisor) वी अनंत नागेश्वरन (V Ananth Nageswaran) का मानना है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि भारत 2026-27 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. पीटीआई की खबर के मुताबिक, उन्होंने उम्मीद जताई कि 2033-34 भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 10,000 अरब डॉलर होगा. यूएनडीपी इंडिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में नागेश्वरन ने कहा कि दूसरी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है.

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Indian Economy के लिए पीएम ने रखा है टारगेट

खबर के मुताबिक, मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor) ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था अभी 3,300 अरब डॉलर की है. 5,000 अरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल करना बहुत मुश्किल नहीं है. अगर आप सिर्फ डॉलर के लिहाज से अर्थव्यवस्था में 10 प्रतिशत की मामूली वृद्धि का अनुमान लगाएं तो, वित्तीय वर्ष 2033-34 तक यह आंकड़ा 10,000 अरब डॉलर का हो जाएगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2024-25 तक भारत की अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है.

Indian Economy की ग्रोथ का विश्व बैंक ने घटाया अनुमान 

विश्व बैंक ने हाल में चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के वृद्धि के अनुमान को घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया है. मुद्रास्फीति, सप्लाई चेन में बाधाओं और भू-राजनैतिक संकट के चलते विश्व बैंक ने अपने अनुमान में बदलाव किया है. बता दें, पिछले महीने रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने अनुमान लगाया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 12 से 13 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. 

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आरबीआई का अनुमान

भारतीय रिजर्व बैंक ने भी कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) दुनिया के मुकाबले बेहतर स्थिति में है.शहरी डिमांड में सुधार हो रहा है. वित्‍त वर्ष 2023 में क्षमता इस्‍तेमाल में बढ़ोतरी की उम्‍मीद है. आरबीआई ने FY23 के लिए रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 7.2 फीसदी पर बरकरार रखा है. वहीं, Q1FY23  में GDP ग्रोथ 16.2%, Q2FY23 में 6.2%, Q3FY23 में 4.1% और Q4FY23 में 4% रह सकती है.