Indian Economy: भारत को लगभग तीन दशकों तक 9-10% की वार्षिक दर से बढ़ने और लगातार इनोवेशन करने की जरूरत है. भारत के जी-20 शेरपा (India's G-20 Sherpa) और नीति आयोग (NITI Aayog) के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि ऐसा करके हम 2047 तक 35,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएंगे. 

2047 तक 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कांत ने टेक एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन मुंबई (TEAM) के कार्यक्रम ‘मुंबई टेक वीक’ (MTW) के एक सत्र में कहा, हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और 2027 तक हम जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे. हमारा लक्ष्य है कि 2047 में जब आजादी के सौ साल पूरे होंगे, तब तक भारत 35,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाए.

ये भी पढ़ें- आपके पास है ये Defence Stock, कंपनी ने दिया बिजनेस अपडेट, साल भर में 268% का बंपर रिटर्न

कांत ने कहा कि इसका मतलब है 2047 तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. उन्होंने कहा कि 35,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का मतलब है कि हमें करीब तीन दशकों तक 9-10 फीसदी की सालाना ग्रोथ की जरूरत है और इसका मतलब है कि हमें लगातार इनोवेशन करने की जरूरत है. कांत ने कहा कि भारत ने 1.4 अरब लोगों की डिजिटल पहचान बनाई और तकनीकी रूप से देश बहुत आगे बढ़ गया है.

सरकार द्वारा स्टार्ट-अप, अंतरिक्ष और कई अन्य क्षेत्रों का समर्थन करने वाली नीति की मुक्ति के साथ, युवा उद्यमियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता, लॉजिस्टिक्स, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. उन्होंने कहा, भारत जो कर रहा है वह जनसंख्या पैमाने पर इनोवेशन कर रहा है और हम एक बड़े व्यवधान की शुरुआत में हैं क्योंकि हम दुनिया में सबसे युवा देश हैं और हमारी औसत आयु 29 वर्ष है. जब हम 100 वर्ष के होंगे तब भी हमारी औसत आयु 33 वर्ष होगी और हम बाकी विश्व को 31% कुशल जनशक्ति प्रदान करेंगे.

ये भी पढ़ें- Business Idea: पोल्ट्री फार्म खोलने का सुनहरा मौका, सरकार दे रही ₹40 लाख की सब्सिडी, अभी करें आवेदन