कॉरपोरेट टैक्स (Corporate Tax) में कटौती के बाद अब केंद्र की मोदी सरकार नौकरीपेशा को बड़ा तोहफा देने जा रही है. सरकार की जल्द ही इनकम टैक्स (Income Tax) में कटौती करने की तैयारी कर रही है. वित्त मंत्रालय के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, टैक्स टास्क फोर्स की सिफारिश को लेकर इन दिनों वित्त मंत्रालय में बैठक चल रही है. सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस पर कोई अंतिम फैसला हो सकता है. अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में इनकम टैक्स में बड़ी छूट दी जा सकती है.  

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में वित्त मंत्रालय और CBDT अधिकारियों के बीच हुई है. इस बैठक में टास्क फोर्स की सिफारिश को लेकर चर्चा की गई है. हालांकि, अधिकारियों के बीच सहमति बनी या नहीं इसे पर अभी कुछ कहना मुश्किल हैं. लेकिन, मीटिंग की एक रिपोर्ट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सौंपी गई है. सूत्रों का दावा है कि जल्द ही इनकम टैक्स को लेकर कोई बड़ी राहत सामने आ सकती है.

क्या है सिफारिशों का मकसद?

बता दें, डायरेक्ट टैक्स में बदलाव को लेकर टैक्स टास्क फोर्स ने पिछले महीने ही अपनी सिफारिशें वित्त मंत्रालय को सौंपी थी. सिफारिशों को आधार बनाते हुए इनकम टैक्स में बदलाव की समीक्षा हो रही है. सिफारिशों का मकसद छोटे और मझोले टैक्सपेयर्स को राहत पहुंचाना है. टैक्स में राहत मिलने से लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा आएगा और खर्च करने की क्षमता में भी इजाफा होगा. इससे डिमांड और कंजम्पशन दोनों ही बढ़ेगी.

टैक्स फ्री होगी 5 लाख तक सालाना इनकम

टास्क फोर्स ने जो सिफारिशें दी हैं, उनमें कहा गया है कि इनकम टैक्स का नया स्लैब बनाया जाए. इसमें स्लैब की शुरुआत 5 लाख से हो सकती है. मतलब 5 लाख तक की सालाना कमाई पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगाया जाए. अभी 2.50 लाख रुपए तक की आय टैक्स फ्री है और 2.50 लाख से 5 लाख रुपए की इनकम पर टैक्स देना होता है. इसके अलावा सालाना 5-10 लाख की आय पर टैक्स की दर 10 फीसदी होनी चाहिए. फिलहाल इस स्लैब पर 20 फीसदी टैक्स लगता है. वहीं, 10 से 20 लाख रुपए तक की आय पर 20 फीसदी टैक्स लगाया जाना चाहिए, जो अभी 30 फीसदी है.

आ सकता है 35 फीसदी का नया टैक्स स्लैब

टास्क फोर्स की सिफारिश के मुताबिक टास्क फोर्स की सिफारिश में एक महत्वपूर्ण बात कही गई है कि 2 करोड़ रुपए से ज्यादा की सालाना आमदनी होती है तो 35 फीसदी का टैक्स लें. मतलब साफ है कि इनकम टैक्स के स्लैब में एक और नया स्लैब जोड़ दिया जाए. यही नहीं, टैक्स पर लगने वाले सभी तरह के सरचार्ज और सेस को भी हटाने की सिफारिश की गई है.

इनकम टैक्स घटाने को लेकर ज़ी बिज़नेस भी लगातार मांग रहा है कि वित्त मंत्री जी टैक्स घटाओ...देखिए Video  

मिलेगी टैक्स के बोझ से राहत

जानकारों का मानना है कि अगर सरकार कमेटी के सुझाव पर अमल करती है तो लोगों को टैक्स के बोझ से राहत मिलेगी. टैक्स कम होने से लोगों की बचत बढ़ेगी. लोगों के हाथ में पैसा होगा तो खर्च करने की क्षमता भी बढ़ेगी. इससे खपत और मांग दोनों बढ़ेंगे. हालांकि, दरों में कटौती का असर सरकारी खजाने पर पड़ेगा. लेकिन, 2 से 3 साल में स्थिति सामान्य हो जाएगी.