2020 के आम बजट (Budget 2020) आने में अब कुछ ही दिन का समय बचा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 का बजट 1 फरवरी को पेश करने वाली हैं. ये निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) का दूसरा बजट है. इससे पहले निर्मला सीतारमण ने साल 2019 में जुलाई में बजट पेश किया था. इस बार के बजट से देश की जनता को काफी उम्मीदें हैं. कि किस सेक्टर को क्या खास मिलेगा. सभी लोग बजट को लेकर काफी उत्साहित हैं. कि इस बाक किसको क्या तोहफा मिलने वाला है. आइए हम आपको बताते हैं कि अब तक सबसे ज्यादा बार किस मंत्री ने बजट पेश किया है-

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मोरारजी देसाई ने 10 बार पेश किया बजट

IANS के मुताबिक, भारतीय बजट जब भी पेश किया जाता है तो एक नाम जरूरत सुनाई देता है वो मोरारजी देसाई. कुछ लोगों को इनकी कहानी पता है तो कई ऐसे लोग हैं जो मोरारजी देसाई को सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister) के तौर पर ही जानते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया हैं. भारत का चौथा प्रधानमंत्री बनने से पहले बतौर वित्तमंत्री उन्होंने 10 बजट पेश किए थे. उनके बाद सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने वाले वित्तमंत्री पी. चिदंबरम हैं, जिन्होंने कुल आठ बार संसद में बजट पेश किया है.

8 बार पेश किए पूर्ण बजट

मोरारजी देसाई पहली बार 13 मार्च, 1958 से 29 अगस्त, 1963 तक देश के वित्तमंत्री रहे थे. उसके बाद मार्च 1967 से जुलाई 1969 तक फिर उन्होंने वित्तमंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी इस दौरान उन्होंने केंद्र सकार के 10 बजट संसद में पेश किए, जिनमें से आठ पूर्ण बजट, जबकि दो अंतरिम बजट थे.

जन्मदिन पर भी पेश किया बजट

साल1964 और 1968 में ऐसे भी मौके आए, जब मोरारजी देसाई ने अपने जन्मदिन पर संसद में आम बजट पेश किया था. पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी, 1896 को गुजरात के वलसाड जिले के एक गांव में हुआ था. देश में पहली बार 1977 में बनी गैर-कांग्रेसी सरकार में मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने थे. वह 24 मार्च, 1977 से 28 जुलाई, 1979 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे.

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पी. चिदंबरम ने 8 बार पेश किया बजट

बता दें कि सबसे ज्यादा चार बार वित्तमंत्री रह चुके पी. चिदंबरम ने कुल आठ बजट संसद में पेश किए हैं. चिदंबरम पहली बार एच. डी. देवेगौड़ा की अगुवाई में बनी संयुक्त मोर्चा सरकार में एक जून, 1996 को वित्तमंत्री बने थे. वह 21 अप्रैल, 1997 तक वित्तमंत्री रहे. इसके बाद एक मई, 1997 से लेकर 19 मार्च, 1998 तक वह तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल की सरकार में वित्तमंत्री रहे.