PMFME scheme: प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PM FME) योजना के तहत केंद्र सरकार उन लोगों को आर्थिक मदद करती है, जो फूड इंडस्ट्री (Food Industry) में अपना काम शुरू करना चाहते हैं. पंजाब के बठिंडा बलविंदर कौर सिद्धू ने पीएमएफएमई योजना का फायदा उठाकर अपने कारोबार को बढ़ाया. और अब वो सालाना 3 लाख रुपये से ज्यादा कमाई कर रही हैं. 

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बता दें कि पीएमएफएमई योजना 10,000 करोड़ रुपये के आउटले के साथ 2020-21 से 2024-25 तक पांच वर्षों के दौरान क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी के माध्यम से 2 लाख माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री की स्थापना/अपग्रेड के लिए वित्तीय, तकनीकी और व्यावसायिक सहायता प्रदान करती है.

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PMFME योजना से मिला 1.30 लाख का लोन

बलविंदर कौर ने 2018 में जेबरा स्मार्ट फूड की स्थापना की. यह एंटरप्राइज हाई फाइबर आटा, गुड़ के साथ कोदरा रागी कुकीज़ और जीरा के साथ गुड़ के बिना, आम और आंवला चटनी, अचार और एसेंस बेस्ड शरबत जैसे आम, लीची, अमरूद, संतरा और जल जीरा, आदि प्रोडक्ट के प्रोसेसिंग में लगा हुआ है.

पीएमएफएमई के मुताबिक, बलविंदर प्रोडक्ट की बढ़ती बाजार मांग को पूरा करने के लिए अपने एंटरप्राइज को अपग्रेड करना चाहती थीं. उन्हें पंजाब कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केंद्र, बठिंडा के माध्यम से पीएम फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PMFME) योजना के बारे में पता चला. पीएमएफएमई योजना के तहत आवेदन करने के बाद उन्हें 1,30,000 रुपये का बैंक लोन मिला. लोन के पैसे उसने एक सीलिंग मशीन, कूलिंग चेन के लिए एक बड़ा रेफ्रिजरेटर, कुकीज़ के लिए 52 लीटर ओटीजी ओवन, शरबत के मिक्सिंग के लिए दो बड़े आकार के बर्तन और एक बड़े आकार का बर्नर खरीदी.

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एंटरप्राइज अपग्रेड करने से बढ़ा मुनाफा

मशीन लगाने के बाद एंटरप्राइज की प्रति दिन उत्पादन क्षमता 1 किलो कुकीज़ से 10 किलो कुकीज़ और शरबत के लिए 10 लीटर प्रति दिन से बढ़कर 100 लीटर प्रति दिन हो गई है. उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी से उनका मुनाफा भी बढ़ा.  बठिंडा पंजाब में स्थानीय दुकानों, खुदरा दुकानों, थोक के माध्यम से उत्पादों का मार्केटिंग कर रही है. वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने उत्पादों की मार्केटिंग भी कर रही है. जेबरा स्मार्ट फूड्स का सालाना टर्नओवर 3,00,000 रुपये से ज्यादा है.

कौन ले सकता है इस योजना का लाभ

इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक भारतीय निवासी होना चाहिए और उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए. आवेदक कम से कम 8वीं कक्षा की शैक्षणिक योग्यता रखता हो और एक परिवार से केवल एक व्यक्ति ही आर्थिक सहायता प्राप्त करने का पात्र होगा. जो व्यक्ति फॉर्मलाइजेशन के लिए इच्छुक हो और जो व्यक्ति प्रोजेक्ट कॉस्ट में 10 फीसदी का योगदान दे सके और बैंक लोन प्राप्त करे, वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं.

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जरूरी डॉक्युमेंट्स

इस योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, जमीन के कागजात, रेंट एग्रीमेंट के कागजात (अगर जमीन खुद की नहीं है या लीज पर ली गयी है), बैंक पासबुक, 6 महीने के बैंक स्टेटमेंट, पुराने उद्योगों के अपडेशन के लिए पुरानी मशीनों के बिल वाउचर, जो मशीन या उद्योग लगाना चाहते हैं, उसके कोटेशन, मोबाइल नंबर आदि की जरूरत होगी.

यहां करें आवेदन

प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PMFME) योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmfme.mofpi.gov.in पर जाएं. वेबसाइट के होम पेज पर Online Registration के विकल्प पर क्लिक करें.

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