Farmers News: होली से पहले केंद्र सरकार ने देश के करोड़ों किसानों को बड़ी खुशखबररी दी है. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने दो महत्वपूर्ण किसान उत्पादक संगठक (FPO) और किसान अनुकूल ऐप लॉन्च किए हैं. ये हैं- ई-नाम (नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट) मोबाइल ऐप, जिसे ओपन नेटवर्क फार डिजिटल कामर्स (ONDC) के साथ इंट्रीग्रेट किया गया है और दूसरा एफपीओ इंस्पेक्शन मोबाइल ऐप. ONDC के साथ ई-नाम मोबाइल ऐप के इंटीग्रेशन से e-NAM पर रजिस्टर्ड FPO/किसान/एग्री प्रोसेस्ड उपज ओएनडीसी नेटवर्क वाले खरीदारों के माध्यम से बेच सकेंगे. इससे FPO/किसानों को ONDC नेटवर्क के माध्यम से अधिक खरीदारों तक पहुंचने में मदद मिलेगी.

क्या है e-NAM?

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बता दें कि ई-नाम (e-NAM) ऑल इंडिया इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग (e-Trading) पोर्टल है, जो एग्री प्रोडक्ट्स के लिए एकीकृत नेशनल मार्के  बनाने के लिए एक वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मौजूदा फिजिकल एपीएमसी (APMC) को नेटवर्क बनाना चाहता है. ई-नाम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 14 अप्रैल 2016 को की थी. इस समय 23 राज्यों व 4 केंद्र शासित प्रदेशों के 1389 विनियमित थोक बाजारों में ई-नाम लागू किया गया है.

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e-NAM से बढ़ रही किसानों की आय

किसानों की उपज की प्रतिस्पर्धी बोली के कारण ई-नाम (e-NAM) पर किसानों की आय बढ़ रही है और विक्रेताओं को समय पर ऑनलाइन भुगतान भी मिलता है. ई-नाम की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से यह पूरी तरह पारदर्शी है. 2016 में शुरू हुए ई-नाम पोर्टल पर अभी तक 1.77 करोड़ से ज्यादा किसान और 2.55 लाख से ज्यादा व्यापारी रजिस्ट्रर हो चुके हैं. 3,600 से ज्यादा एफपीओ भी ई-नाम प्लेटफॉर्म से जुड़ चुके हैं. इसके अलावा, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा ई-नाम के लिए 1.71 लाख से अधिक एकीकृत लाइसेंस जारी किए गए हैं. फरवरी-2024 तक इस प्लेटफॉर्म पर 3.32 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार दर्ज किया जा चुका है और इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

FPO Inspection Mobile App के फायदे

इसी तरह, एफपीओ इंस्पेक्शन मोबाइल ऐप (FPO Inspection Mobile App) 10 हजार एफपीओ के गठन व संवर्धन की योजना के कुशल कार्यान्वयन की सुविधा के लिए प्रभावी निगरानी व रिकॉर्ड रखने के उद्देश्य से विकसित किया गया है. इस ऐप की प्रमुख विशेषताओं में से एक निरीक्षण की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए जियो निर्देशांक के साथ एफपीओ का निरीक्षण करने वाले व्यक्ति की छवि कैप्चरिंग है. इस ऐप में सीबीबीओ, एफपीओ से संबंधित संपूर्ण निगरानी व निरीक्षण गतिविधियां की जा सकती है. जिससे यह सुधार व संवर्धन में मददगार है. इन दोनों सुविधाओं से निश्चित रूप से एफपीओ, किसानों, विक्रेताओं, खरीदारों को बढ़ते डिजिटल इकोसिस्टम में एक सक्रिय भागीदार बनने के लिए खुद को विकसित करने और भारत को निकट भविष्य में डिजिटल कृषि अर्थव्यवस्था वाला विकसित देश बनाने में मदद मिलेगी.

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