Rabi Crops: बीज खेती की नींव का आधार है. बीजों की गुणवत्ता का फसल उत्पादन पर सीधा प्रभाव पड़ता है. बेहतर क्वालिटी के बीज से खेतों में फसल लहलहा उठती है. अगर बीज खराब क्वालिटी की हो तो किसानों की मेहनत के साथ-साथ पैसा भी बर्बाद हो जाता है. किसानों को बेहतर क्वालिटी की बीज उपलब्ध कराने के लिए बिहार सरकार (Bihar Government) ने खास अभियान शुरू किया है. इसके तहत, राज्य में रबी फसलों (Rabi Crops) के हाइब्रिड बीज (Hybrid Seeds) की डीएनए जांच होगी.

हाइब्रिड बीजों की होगी डीएनए जांच

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किसानों को बेहतर क्वालिटी की हाइब्रिड बीज मिल सके, इसके लिए बिहार सरकार कृषि विभाग ने डीएनए जांच का आदेश जारी किया है. इसके लिए रबी मौसम (Rabi Season) में बिक्री के लिए बाजार में उपलब्ध बीज के नमूने लिए जाएंगे. इसकी जांच बसोका की डीएनए लैब में की जाएगी. राज्यभर की बीज दुकानों से 500 सैंपल लिए जाएंगे.

ये भी पढ़ें- छप्परफाड़ कमाई कराएगी हल्दी की ये टॉप 5 किस्में, कम लागत में बंपर मुनाफा

बनाई गई टीम

हाइब्रिड बीज के सैंपल कलेक्शन के लिए तीन टीम बनाई जाएगी. इन तीनों टीमों को प्रदेश मौजूद बीज दुकानों से सैंपल कलेक्शन करके जांच करानी होगी. खरीफ फसलों (Kharif Crops) की कटाई के बाद रबी की तैयारी शुरू होती है.

उससे पहले ही हाइब्रिड बीज की डीएनए जांच पूरी कर ली जाएगी. किसानों को समय से क्वालिटी बीज उपलब्ध कराने के लिए यह फैसला लिया गया है. योजना का उद्देश्य राज्य के किसानों को हाइब्रिड रूप से शुद्ध बीज उपलब्ध कराना है.

ये भी पढ़ें- इस फूल की खेती बदल देगी आपकी किस्मत, होगा लाखों का मुनाफा

सैंपल फेल होने पर कार्रवाई

बीज दुकानों से लिए गए सैंपल की डीएनए जांच बसोका की लैब में कराई जाएगी. सैंपल फेल होने पर बीज अधिनियम की धाराओं के तहत संबंधित पदाधिकारी द्वारा कार्रवाई की जाएगी.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें