Food Unit Business Idea: अगर आपका बिजनेस करने का प्लान है तो ये खबर आपके काम की है. दरअसल, राजस्थान सरकार फूड यूनिट (Food Unit) के जरिए बिजनेस करने का मौका दे रही है. इसके लिए राज्य सरकार आवेदक को प्रोजेक्ट कॉस्ट का 90 फीसदी लोन उपलब्ध करवा रही है. साथ ही उन्हें 10 लाख रुपये तक का अनुदान भी दे रही है. फूड से जुड़े बिजनेस शुरू करने वालों के लिए यह एक सुनहरा मौका है. आइए जानते हैं स्कीम के बारे में सबकुछ.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राजस्थान कृषि विभाग के मुताबिक, प्रमुख शासन सचिव, कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया की अध्यक्षता में पंत कृषि भवन में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (PMFME) की बैठक राज्य के प्रमुख बैंकों के स्टेट हैड के साथ आयोजित की गई. प्रमुख शासन सचिव द्वारा बैंक अधिकारियों को इस योजना के प्रति संवेदनशील रहते हुए योजना के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निर्देश दिए गए. 

ये भी पढ़ें- किसानों के लिए गुड न्यूज! यहां 10 मार्च से शुरू होगी MSP पर गेहूं की खरीद, जल्दी कराएं रजिस्ट्रेशन वरना...

इन फूड यूनिट्स लगाने पर पर दिया जा रहा अनुदान

योजना का उद्देश्य खाद्य से सम्बन्धित योजना में अनुदान प्रदान कर यूनिट्स को बढ़ावा देना है. इस योजना के तहत आटा मील, दाल मील, प्रोसेसिंग यूनिट, ग्रेडिंग क्लिनिंग यूनिट, आचार व पापड़ के उद्योग, दूध व खाद्य पदार्थों से संबंधित यूनिट्स के लिए इस योजना में अनुदान दिया जा रहा है.

फूड यूनिट लगाने पर 90% तक लोन सहायता

प्रमुख शासन सचिव ने योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि बैंकों द्वारा छोटे व मंझोले फूड प्रोसेसिंग उद्यमियों को अधिक से अधिक किस प्रकार लाभान्वित करवाया जा सकता है. इस योजना में नई व पुरानी फूड यूनिट्स को स्थापित करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा 35% या अधिकतम 10 लाख रुपये का अनुदान दिया जा रहा हैं और इस योजना के तहत अलग-अलग बैंको की ओर से फूड यूनिट लगाने पर 90% तक की लोन सहायता दी जा रही है.

ये भी पढ़ें- Business Idea: इस फल की खेती से होगी ताबड़तोड़ कमाई, सरकार देगी 500 से 10 हजार तक पौधे, जानिए डीटेल

यहां करें संपर्क

उन्होंने कहा कि राज्य में योजना को जन-जन तक पहुंचाने और आवेदकों की सहायता के लिए हेल्पलाईन नंबर 9829026990 चालू है. योजना में आवेदनों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से रोलिंग प्रक्रिया के द्वारा अधिक से अधिक डिस्टिक रिसोर्स पर्सन सूचीबद्ध किये जा रहे हैं. सामान्य प्रक्रिया के तहत डिस्टिक रिसोर्स पर्सन के लिए आवेदन पत्र PMFME राजस्थान पोर्टल पर उपलब्ध है.

राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुताबिक, इस योजना का संचालन मार्केटिंग बोर्ड द्वारा पिछले 3 वर्षों से किया जा रहा है जिसमें भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा सम्मिलित रूप से फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री (Food Processing Industry) लगाने के लिए अनुदान दिया जा रहा है. इसके लिए राज्य में एक प्रबंध यूनिट का संचालन भी किया जा रहा है. यह यूनिट इकाई को मशीन, आवेदन, ब्रांडिंग व मार्केटिंग में भी सहयोग करती है. इस योजना में आवेदन पूर्ण रूप से निःशुल्क है और डिस्टिक रिसोर्स पर्सन को 20 हजार रुपये की राशि का भुगतान भी राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा किया जाता है.

ये भी पढ़ें- बागवानी का है शौक तो छत पर करें शुरू, ₹2500 में सरकार दे रही गमले में लगे फल, फूल और औषधीय पौधे