Apple Farming: सेब की बिक्री पर भ्रम को खत्म करते हुए हिमाचल प्रदेश के बागवानी (Himachal Pradesh Horticulture Minister) मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि सेब (Apple) सहित सभी फल बक्सों के हिसाब से नहीं, बल्कि वजन (किलो) के हिसाब से बेचे जाएंगे. नेगी ने यह भी कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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उन्होंने कहा, उक्त मानदंडों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और आढ़तियों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे और उल्लंघन के मामले में उन्हें मंडियों (फल बाजारों) से बाहर कर दिया जाएगा.

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सेब का व्यापार करने वालों को मिलेगा लाइसेंस

उन्होंने अलग-अलग राज्यों को हिमाचल प्रदेश आने और सेब खरीदने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि सेब का व्यापार करने के इच्छुक लोगों को लाइसेंस दिए जाएंगे, क्योंकि सरकार एकाधिकार समाप्त करना चाहती है. 

उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पादन विपणन एवं प्रसंस्करण निगम (HPMC) पराला, परवाणू और सोलन मंडियों में भी सेब खरीदेगा.  इससे पहले आढ़तियों ने कहा था कि जगह की कमी के चलते उपज का वजन करना संभव नहीं है. इस बारे में नेगी ने कहा कि राज्य सरकार मंडियों में आढ़तियों को अतिरिक्त जमीन देने को तैयार है.

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24 किलो के बॉक्स में बिकेंगे सेब

पहले, सेब एक बॉक्स के आधार पर बेचे जाते थे, लेकिन इस वर्ष सभी हितधारकों के साथ परामर्श के बाद राज्य सरकार द्वारा 24 किलोग्राम की सीमा के साथ प्रति किलोग्राम सेब बेचने की नई प्रणाली शुरू की गई है. अब तक करीब 1 लाख पेटी सेब बिक चुका है. बिक्री के लिए एक यूनिफॉर्म कार्टन (24 किलोग्राम) अगले वर्ष पेश किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश में सेब 5,000 करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था है. उत्पादक भ्रमित थे और आढ़तियों ने कथित तौर पर शुक्रवार को बक्सों में सेब खरीदा.

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