दूरसंचार क्षेत्र की कंपनी एयरटेल (Airtel) और वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) को टेलीकॉम ट्रिब्युनल TDSAT से बड़ी राहत मिली है, जिसके बाद अब माना जा रहा है कि ये कंपनियां रिलायंस जियो (Reliance Jio) को कड़ी टक्कर देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. जियो को आने वाले दिनों में इन कंपनियों से तगड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, जबकि डेटा यूजर का फायदा ही होगा. TDSAT ने दूरसंचार नियामक ट्राई के उस आदेश को रद्द कर दिया है, जिसमें उसने 'प्रासंगिक बाजार शक्ति' (SMP) की परिभाषा को बदल दिया था. इससे एयरटेल और वोडाफोन को भारी राहत मिली है. एयरटेल और वोडाफोन का कहना है था कि नए नियमों से सिर्फ रिलायंस जियो इंफोकॉम को ही फायदा मिला है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दूरसंचार विवाद निपटान और निवारण न्यायाधिकरण (TDSAT) एक अन्य नियम को भी रद्द कर दिया है, जिसके तहत सभी टेलीकॉम कंपनियों को पारदर्शिता और गैर-पक्षपात के लिए सभी टैरिक के बारे में जानकारी देनी जरूरी थी. इससे भी एयरटेल और  वोडाफोन आइडिया को फायदा होगा. 

TDSAT ने कहा कि नियामक का ये आदेश कि रिलायंस जैसी नई कंपनियां जबतक 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी नहीं हासिल कर लेती हैं, तब तक उन्हें प्राइजिंग फ्रैक्सिबिलिटी मिलेगी, ये ट्राई द्वारा अपनी शक्तियों में गैर-जरूरी अतिरिक्त बढ़ोतरी की तरह है. यानी ट्राई को ऐसा आदेश नहीं देना चाहिए. ट्रिब्युनल ने इसे ट्राई द्वारा उठाया गया चरम कदम बताया.

ट्रिब्युनल ने कहा कि नई कंपनियों को पुरानी कंपनियों से संरक्षण देने की जरूरत है, लेकिन इसके लिए वेलकम ऑफर या प्रमोशनल ऑफर का प्रावधान किया जा सकता है, जैसा कि रिलायंस जियो ने किया. लेकिन 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने तक उसे संरक्षण देना ट्राई द्वारा उठाया गया एक एक चरम कदम है. TDSAT के इस आदेश के बाद एयरटेल और वोडाफोन भी अपने ग्राहकों को आकर्षक कस्टोमाइज्ड ऑफर दे सकेंगे.