LED lights Price news: आने वाले दिनों में आपको एलई़डी लाइट्स (LED lights) के लिए ज्यादा पैसे देने पड़ सकते हैं. कंपनियों ने इस बात के संकेत दिए हैं कि दाम में करीब 5-10 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है. दरअसल, कुछ कलपुर्जों पर सीमा शुल्क (Custom duty) में बढ़ोतरी किए जाने से बल्ब सहित एलईडी लाइट प्रोडक्ट्स की कीमतें 5-10 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं. पीटीआई की खबर के मुताबिक,घरेलू मैनुफैक्चरर्स ने इसकी जानकारी दी. हालांकि, उन्होंने कहा कि वे सरकार से इस मुद्दे के तत्काल हल की मांग कर रही हैं.

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इनपुट और कलपुर्जे महंगे होने का असर (Effect of input and parts being expensive)

इलेक्ट्रिक लैंप एंड कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एल्कोमा) के अध्यक्ष सुमित जोशी ने कहा कि सरकार के एलईडी लाइट प्रोडक्ट्स के मैनुफैक्चरिंग के लिए इनपुट और कलपुर्जों पर शुल्क बढ़ाने के फैसले से स्थानीय रूप से बनी लाइट प्रोडक्ट्स के लिए कम समय में मूल्य बढ़ोतरी होगी. ऐसा इसलिए है क्योंकि अभी भारत में लोकल फैक्टर्स की कमी के चलते करीब सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इम्पोर्ट किया जाता है.

लोकल प्रोडक्ट होंगे महंगे (Local products will be expensive)

एल्कोमा ने कहा कि एलईडी लाइट बनाने में इस्तेमाल होने वाले ड्राइवर और एमसीपीसीबी सहित घटकों के इम्पोर्ट पर सीमा शुल्क में 5 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद स्थानीय रूप से बने सामानों की कीमतें बढ़ जाएंगी. जोशी सिग्नेचर इनोवेशंस इंडिया (जिसे पहले फिलिप्स लाइटिंग इंडिया के नाम से जाना जाता था) के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भी हैं.

सरकार का फैसला हैरान करने वाला (Government's decision surprised)

हैवेल्स इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और एसबीयू प्रमुख पराग भटनागर ने कहा कि इस फैसले ने उद्योग को हैरान किया है. यह गलत दिशा में उठाया गया कदम है, क्योंकि शुल्क में वृद्धि से घरेलू मैनुफैक्चरिंग को कोई मदद और प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है.

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