आज से HDFC का मर्जर HDFC Bank में हो गया है. शुक्रवार को दोनों बोर्ड से इसे मंजूरी मिल गई. एचडीएफसी देश की पहली हाउसिंग फाइनेंस कंपनी थी, जिसकी स्थापना 44 साल पहले हसमुखभाई पारेख द्वारा की गई थी. 1 जुलाई मर्जर का डेट है, जबकि 13 जुलाई को शेयर होल्डर्स के लिए रिकॉर्ड डेट निश्चित किया गया है. इस सौदे के तहत एचडीएफसी के प्रत्येक शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे. 12 जुलाई को NCD यानी नॉन कंवर्टिबल डिबेंचर के ट्रांसफर का डेट फिक्स किया गया है. 7 जुलाई को  कमर्शियल पेपर के ट्रांसफर का डेट फिक्स किया गया है.

40 अरब डॉलर में हुई डील

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यह एक ऐतिहासिक रिवर्स मर्जर है, जिसमें पैरेंट कंपनी HDFC का विलय HDFC Bank में हुआ है.  HDFC Bank में एचडीएफसी का मर्जर भारतीय कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा ट्रांजैक्शन है जिसकी वैल्यु 40 अरब डॉलर है. इस मर्जर के बाद कम्बाइंड असेट 18 लाख करोड़ रुपए का हो गया है. 

BSE का वेटेज 14 फीसदी पर पहुंचा

 

BSE इंडेक्स में अब HDFC Bank का वेटेज सबसे ज्यादा हो गया. वर्तमान में रिलायंस इंडस्ट्रीज का वेटेज BSE इंडेक्स में 10.4 फीसदी के साथ सबसे ज्यादा है. मर्जर के बाद HDFC Bank का वेटेज 14 फीसदी के करीब पहुंच जाएगा. मार्केट कैप के लिहाज से यह स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक से आगे निकल गया.

41 लाख करोड़  रुपए का हुआ बिजनेस

मर्ज्ड एंटिटी की बात करें तो HDFC Bank का टोटल बिजनेस बढ़कर 41 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है. नेट वर्थ 4.14 लाख करोड़ रुपए हो गया है. यह 31 मार्च 2023 के डेटा पर आधारित है. FY2023 में कम्बाइंड प्रॉफिट 60 हजार करोड़ रुपए था. 

दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, मर्जर के बाद HDFC Bank इक्विटी मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है. जेपी मोर्गन, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना, बैंक ऑफ अमेरिका कॉर्प के बाद एचडीएफसी बैंक का स्थान आता है.  इसकी वैल्युएशन 172 बिलियन डॉलर हो गई है. यह HSBC, सिटी ग्रुप से भी बड़ा बैंक हो गया है. 

जर्मनी की आबादी से ज्यादा कस्टमर बेस

मर्जर के बाद HDFC Bank का कस्टमर बेस 120 मिलियन यानी 12 करोड़ पर पहुंच गया. यह जर्मनी देश की आबादी से अधिक है. ब्रांच का नेटवर्क 8300 पर पहुंच जाएगा, जबकि कंपनी के साथ काम करने के वाले एंप्लॉयी की संख्या 1.77 लाख पर पहुंच जाएगी.

चेयरमैन दीपक पारेख ने जाते-जाते क्या कहा

एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने शुक्रवार को भरोसा जताया कि एचडीएफसी बैंक के स्वामित्व संभालने के साथ उसके और समूह की कंपनियों के बीच तालमेल गहरा होगा. चेयरमैन के रूप में पारेख ने शेयरधारकों को अपने आखिरी संदेश में कहा कि एचडीएफसी बैंक की मुख्य ताकतों में अब  होम लोन भी शामिल होगा. पारेख ने कहा कि अब उनके लिए संन्यास लेने का वक्त आ गया है और उन्होंने एक रोमांचक भविष्य और समृद्धि की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा, ''यह मेरे लिए भविष्य की उम्मीदों और आशाओं के साथ संन्यास लेने का वक्त है. हालांकि, एचडीएफसी के शेयरधारकों के लिए यह मेरा आखिरी संवाद होगा, लेकिन इस बात के लिए निश्चिंत रहिए कि हम अब वृद्धि और समृद्धि के एक बेहद रोमांचक भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं.''