देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन इस साल फरवरी में पिछले वर्ष के इसी माह के मुकाबले 4.3 प्रतिशत बढ़कर 89.1 लाख टन रहा. इस्पात मंत्रालय के अधीन आने वाली ‘ज्वाइंट प्लांट कमेटी’ की रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू कच्चा इस्पात उत्पादन फरवरी 2018 में 85.4 लाख टन था.

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रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘कच्चा इस्पात उत्पादन फरवरी 2019 में 89.14 लाख टन रहा जो इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने के मुकाबले 4.3 प्रतिशत अधिक है. हालांकि इस साल जनवरी के मुकाबले फरवरी में उत्पादन 2.9 प्रतिशत कम है.’’ 

सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय इस्पात प्राधिकरण, राष्ट्रीय इस्पात निगम लि. के साथ टाटा स्टील, एस्सार स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील तथा जिंदल स्टील एंड पावर लि. जैसी निजी क्षेत्र की कंपनियों का उत्पादन 54 लाख टन रहा. वहीं शेष 35 लाख उत्पादन अन्य उत्पादकों ने किया. 

इस साल फरवरी में हॉट मेटल का उत्पादन 12.1 प्रतिशत बढ़कर 60.9 लाख टन रहा जो इससे पूर्व वर्ष के इसी महीने के मुकाबले 4.4 प्रतिशत कम है.

पिग आयरन (कच्चा लोहा) का उत्पादन फरवरी 2019 में 16.9 प्रतिशत बढ़कर 5.26 लाख टन रहा जो एक साल पहले इसी महीने में 4.50 लाख टन था.

जेपीसी एकमात्र संस्था है जो घरेलू लोहा और इस्पात क्षेत्र के आंकड़ों को संग्रह करती है. भारत ने कच्चे इस्पात का उत्पादन बढ़ाकर 2030 तक 30 करोड़ टन करने का महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा है.