Arthur D Little CEO Survey. ऑर्थ डी लिटल के 2023 सीईओ सर्वे में कई कंपनियों के सीईओ ने ग्लोबल इकोनॉमी पर भरोसा जताया है. कई सीईओ का खराब मैक्रोइकोनॉमिक स्थिति के बावजूद भरोसा कायम है. वहीं, अगले तीन से पांच साल में ग्लोबल ग्रोथ बढ़ने का अनुमान है. आपको बता दें कि ऑर्थर डी लिटल एक प्रसिद्ध रणनीति और मैनेजमेंट कंसल्टिंग ऑर्गेनाइजेशन है. सर्वे में एक बिलियन डॉलर की वार्षिक बिक्री वाली भारतीय कंपनियों के 250 सीईओ का इंटरव्यू लिया गया था.   

कैपेक्स बढ़ने का अनुमान

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सर्वे में भारत के 21 सीईओ शामिल हुए हैं. सर्वे के मुताबिक भारत में निजी कैपेक्स बढ़ने का अनुमान है. वहीं, 63 फीसदी सीईओ ने ग्लोबल ग्रोथ बढ़ने का अनुमान जताया है. 50 फीसदी सीईओ ने कहा वो आने वाले वक्त में विस्तार करेंगे. 30 फीसदी सीईओ को मार्केट से ज्यादा ग्रोथ का भरोसा है. 40 फीसदी सीईओं खर्च बढ़ने के पक्ष में है. 55 फीसदी सीईओ फिलहाल कैपेक्स पर कायम हैं. सर्वे में शामिल 60 फीसदी सीईओ का मानना है कि कैपेक्स जारी रखेंगे. भारत के 75 फीसदी से ज्यादा सीईओ खर्च बढ़ाने के पक्ष में है.  

भविष्य को लेकर हैं आशावादी

आर्थर डी. लिटिल इंडिया एंड साउथ एशिया के मैनेजिंग डायरेक्टर के मुताबिक, 'शोध से पता चलता है कि भारतीय सीईओ अपने वैश्विक समकक्षों की तुलना में भविष्य के बारे में अधिक आशावादी हैं. सर्वे में शामिल सीईओ में से आधे का मानना है कि वे नए क्षेत्रों में विस्तार करेंगे, जबकि 30 फीसदी से ज्यादा समग्र बाजार की तुलना में तेजी से बढ़ने की उम्मीद करते हैं. सर्वे ने अपने नतीजे में कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान हुए परिवर्तनों से एक नया अनुभव मिला है. 91 फीसदी अपने वर्तमान संगठनात्मक ढांचे से खुश है.' 

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन जैसी तकनीकों को अपनाने के लिए सीईओ डिजिटलाइजेशन से आगे बढ़ रहे हैं. 60 फीसदी का मानना है कि वह नई तकनीकों का पता लगाना चाहते हैं. 27 फीसदी मानते हैं कि मेटावर्स और वर्चुअल रियलिटी उनके व्यवसाय को प्रभावित करेगी.