हॉस्पिटल्स सेक्टर की कंपनी अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज (Apollo Hospitals Enterprise) ने नया अधिग्रहण किया है. कंपनी ने दिग्गज आयुर्वेद हॉस्पिटल चेन आयुर्वेद (AyurVAID) के अधिग्रहण का ऐलान किया है. रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक अपोलो हॉस्पिटल्स ने 60 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है. इसके लिए 26.4 करोड़ रुपए का भुगतान किया. इससे पहले अगस्त में गुरुग्राम में नयति हेल्थकेयर एंड रिसर्च एनसीआर प्राइवेट लिमिटेड के एक अस्पताल का करीब 450 करोड़ रुपए में अधिग्रहण किया था.  

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नए सेंटर भी खोलेगा अपोलो

अपोलो हॉस्पिटल्स नए अधिग्रहण के जरिए  AyurVAID के मौजूदा सेंटर को अपग्रेड करेगा. कंपनी के मुताबिक डिजिटल हेल्थ की शुरुआत के लिए एंटरप्राइजेज प्लैटफॉर्म को मजबूत करेगा. साथ ही नए सेंटर का भी सेट-अप करेगा. कंपनी को उम्मीद है कि अलगे 3 साल में AyurVAID आय बढ़कर 100 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी, जोकि FY23 में 15 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है.

पेशेंट्स को मिलेगा बेहतर क्वालिटी का ट्रीटमेंट

अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज के चेयरमैन प्रताप सी रेड्डी ने कहा कि एलोपैथिक और पारंपरिक मॉडल्स के एक साथ होने से पेशेंट को अच्छी क्वालिटी का ट्रीटमेंट मिलेगा. यह एक बदलाव वाली कड़ी साबित होगी, जोकि केयरिंग मॉडल के लिहाज से दुनियाभर में भारत को और आगे ले जाएगा. उन्होने कहा कि Apollo-AyurVAID की साझेदारी न केवल भारत के लोगों के लिए बल्कि मेडिकल वैल्यू ट्रैवलर्स के लिए भी आशा की किरण होगी. 

अपोलो हॉस्पिटल्स का कारोबार

अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज के करीब 72 हॉस्पिटल्स हैं. इसमें 12000 से ज्यादा बेड हैं. फार्मेसी की बात करें तो इनकी कुल संख्या 4500 से ज्यादा है. इसके अलावा 700 से ज्यादा डायग्नोस्टिक सेंटर, 500 से ज्यादा टेलीमेडिसिन और 120 से ज्यादा प्राइमरी केयर क्लिनिक हैं. अपोलो हॉस्पिटल्स का शेयर मंगलवार को हल्की मजबूती के साथ 4390 रुपए के भाव पर बंद हुआ था. एक्सचेंज आंकड़ों के मुताबिक शेयर का मार्केट कैप 63 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का है. शेयर ने पिछले साल 26 नवंबर को 1 साल का सबसे ऊपरी स्तर 5930.70 रुपए को छुआ था, जबकि मई 2022 में 3365.90 रुपए का निचला स्तर टच किया था.