यूपीआई (UPI) ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. अक्टूबर के महीने में पहली बार 1100 करोड़ ट्रांजेक्शन हुई हैं.  नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया यानी एनपीसीआई (NPCI) ने बताया है कि यूपीआई ने अक्टूबर के महीने में 11.41 अरब ट्रांजेक्शन की हैं. इनकी कुल वैल्यू 17.16 लाख करोड़ रुपए है. अगर सितंबर के महीने से तुलना की जाए तो ट्रांजेक्शन की संख्या में करीब 8% का इजाफा हुआ है. वहीं अगर वैल्यू के मामले में देखा जाए तो यह 8.6% बढ़ा है. 

अगस्त से अब तक 10 अरब से ज्यादा ट्रांजेक्शन

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यूपीआई की ट्रांजेक्शन ने अगस्त के महीने में 10 अरब का आंकड़ा पार किया था. उसके बाद से लेकर अब तक यूपीआई के ट्रांजेक्शन 10 अरब के आंकड़े के नीचे नहीं गए हैं. यानी यूपीआई ट्रांजेक्शन में लगातार ग्रोथ देखने को मिल रही है.

फोनपे बना हुआ है मार्केट लीडर

अगर यूपीआई ट्रांजेक्शन की बात करें तो इसमें फोनपे अभी भी मार्केट लीडर बना हुआ है. यह लगातार तीसरा साल है जब फोन पर सबसे आगे है. एनपीसीआई से मिले ताजा आंकड़े दिखाते हैं की फोनपे ने  पिछले कुछ महीनो में 5 अरब से भी ज्यादा ट्रांजेक्शन हैंडल की हैं.

गूगलपे और पेटीएम भी कम नहीं

अगर सितंबर महीने की बात करें तो गूगल पे ने 3.7 अब ट्रांजेक्शन की हैं, जबकि पेटीएम ने 1.3 अब ट्रांजेक्शन की हैं. अक्टूबर के महीने की डीटेल्स अभी जारी नहीं की गई हैं. यूपीआई का इस्तेमाल और ज्यादा बढ़ाने के लिए सरकार और एनपीसीआई की तरफ से भी तमाम कोशिशें की जा रही हैं. एनपीसीआई ने कई नए प्रोडक्ट भी लॉन्च किए हैं, जिनमें वॉइस इनेबल्ड पेमेंट्स और एनएफसी इनेबल्ड 'टैप एंड पे' फीचर शामिल हैं.

विदेशों तक जा पहुंचा है यूपीआई

भारतीय रिजर्व बैंक ने भी यूपीआई ट्रांजेक्शन को बढ़ाने में एक हम रोल अदा किया है. आरबीआई ने कमर्शियल बैकों को यूपीआई के जरिए क्रेडिट लाइन बढ़ाने की मंजूरी दी है. यह सब एनपीसीआई के उस प्लान का हिस्सा हैं, जिसके तहत वह हर महीने 100 अब ट्रांजेक्शन के आंकड़े को छूना चाहता है. अब यूपीआई की पहुंच भारतीय सीमाओं के बाहर भी हो रही है. फ्रांस, भूटान, नेपाल और सिंगापुर जैसे देशों में पहले ही यूपीआई अपनी पहुंच बना चुका है. आने वाले दिनों में यह श्रीलंका, यूएई और कनाडा तक पहुंचने वाला है.

इतना ही नहीं न्यूजीलैंड में भी यूपीआई के इस्तेमाल को लेकर बात चल रही है. साथ ही दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में भी यूपीआई को ले जाने की तैयारी की जा रही है. यूपीआई के आंकड़ों में तगड़ी ग्रोथ देखने को मिल रही है, लेकिन इसके बावजूद यह फिनटेक कंपनियों के लिए रेवेन्यू पैदा करने वाला जरिया नहीं बन पा रहा है. ऐसे में यूपीआई को लेकर एक सवाल यह जरूर उठ रहा है कि कमर्शियल लेवल तक इसे कितना आगे ले जाया जा सकेगा.

फेस्टिव सीजन ने बढ़ाई स्पीड

अक्टूबर के महीने में यूपीआई ट्रांजेक्शन में आई रिकॉर्ड बढ़ोतरी की एक वजह फेस्टिव सीजन भी है. यूपीआई के तहत जो सुरक्षा ऑफर की जा रही है, उसकी वजह से भी यह ग्राहकों की पहली पसंद बनता जा रहा है, खासकर ई-कॉमर्स सेक्टर में. एनपीसीआई और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स भी डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को ट्रांसफॉर्म करने की दिशा में यूपीआई को बहुत ही अहम मान रहे हैं.