जब भी बात इन्वेस्टमेंट (Investment) की आती है तो गारंटी के साथ रिटर्न (Return) देने वाली एफडी (FD) पर सबसे पहले ध्यान जाता है. अब जरा सोचिए अगर आपको एफडी पर तगड़ा रिटर्न मिलने के साथ-साथ टैक्स बेनेफिट (Tax Benefit) भी मिले तो कैसा रहेगा? जी हां, हम बात कर रहे हैं टैक्स सेविंग एफडी की, जिसमें निवेश करने पर आप इनकम टैक्स (Income Tax) की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये सालाना तक की इनकम पर टैक्स छूट पा सकते हैं. हालांकि, इसका फायदा आपको तभी मिलेगा, जब आप पुरानी टैक्स व्यवस्था चुनते हैं.

क्या होती है टैक्स सेविंग एफडी?

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टैक्स सेविंग एफडी वह होती है, जिसमें आप कम से कम 5 साल के लिए एफडी करते हैं. इस एफडी का लॉक-इन पीरियड ही 5 साल होता है, तो उससे पहले आप एफडी नहीं तोड़ सकते हैं. इससे पहले एफडी तोड़ने पर एक तो आपको कुछ पेनाल्टी देनी होगी, वहीं टैक्स छूट का फायदा भी नहीं मिलेगा. आप इसमें अकेले भी निवेश कर सकते हैं और ज्वाइंट एफडी भी कर सकते हैं. जो प्राइमरी होल्डर होगा, उसे टैक्स छूट का फायदा मिलेगा.

तमाम बैंकों में टैक्स सेविंग एफडी के क्या हैं रेट?

  • देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक में टैक्स सेविंग एफडी का रेट अभी 6.5 फीसदी चल रहा है.
  • अगर आप केनरा बैंक में एफडी कराते हैं तो आपको टैक्स सेविंग एफडी पर 6.7 फीसदी का ब्याज मिलेगा.
  • पीएनबी की तरफ से टैक्स सेविंग एफडी पर 6.5 फीसदी ब्याज की पेशकश की जा रही है.
  • एचडीएफसी बैंक की तरफ से टैक्स सेविंग एफडी पर 7 फीसदी का ब्याज दिया जा रहा है.
  • अगर आप आईसीआईसीआई बैंक में एफडी कराते हैं तो आपको 7 फीसदी का ब्याज मिलेगा. 
  • एक्सिस बैंक की तरफ से भी टैक्स सेविंग एफडी पर 7 फीसदी का ब्याज दिया जा रहा है.

टैक्स सेविंग एफडी के फायदे

टैक्स सेविंग एफडी का जो सबसे बड़ा फायदा होता है वह तो यही है कि टैक्स सेविंग एफडी में निवेश किए जाने वाले 1.5 लाख रुपये तक पर टैक्स छूट मिलती है. वहीं अगर आप सीनियर सिटीजन एफडी का फायदा लेते हैं तो आपको 0.5 फीसदी अतिरिक्त ब्याज मिलेगा. टैक्स सेविंग एफडी को आप एक ब्रांच से दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर कर सकते हैं. हालांकि, इसके लिए आपको लिखित में आवेदन करना होगा. अगर आप चाहे तो किसी बच्चे के नाम पर भी टैक्स सेविंग एफडी ले सकते हैं, जिससे होने वाला टैक्स का फायदा उसके अभिभावक को मिलेगा.