यदि आप घर लेने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक SBI रेपो पदों पर आधारित होम लोन देने की योजना पर काम कर रहा है. यह योजना एक जुलाई से लागू कर दी जाएगी. इस योजना के शुरू होने से होम लोन की ब्याज दरों में कमी आने की संभावना है. हालांकि बैंक इस योजना के लिए कुछ नियम व शर्तें भी रखेगा. इनको पूरा करने पर ही ग्राहक इस योजना का लाभ उठा सकेंगे. गौरतलब है कि SBI पहला बैंक होगा जो होम लोन की दरों को आरबीआई की नीतिगत दरों से सीधे जोड़ेगा.

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इन नियमों को पूरा करने पर मिलेगा लाभ

खबरों के अनुसार बैंक इस होम लोन योजना का लाभ ऐसे लोगों को देने की योजना पर काम कर रहा है जिनकी आय कम से कम 06 लाख रुपये साल हो. वहीं इस योजना के तहत मिलने वाले लोन की अधिकतम समयावधि 35 वर्ष रखी जा सकती है. वहीं यदि आप मकान की कीमत पर 80 फीसदी से अधिक लोन लेते हैं तो ब्याज दर 0.20 फीसदी बढ़ सकती है.

वर्तमान समय में बैंक जो होम लोन देते हैं वह MCLR (सीमांत लागत कोष) पर आधारित होता है. यह व्यवस्था 2016 से अपनाई जा रही है. नई व्यवस्था के तहत लोन रेपो रेट के आधार पर मिल सकता है. खबरों के अनुसार एसबीआई अपने ग्राहकों को रेपो रेट लिंक्ड प्लान के साथ ही MCLR पर भी ऋण का विकल्प दे सकता है. ग्राहक इन दोनों विकल्पों में से किसी पर भी होम लोन प्राप्त कर सकेंगे. अगर आप रेपो दर का प्लान चुनते हैं तो रिजर्व बैंक की ओर से नीतिगत दरों में किए जाने वाले बदलाव का असर आपके लोन की ब्याज दर पर भी पड़ेगा.

0.15 फीसदी तक सस्ता हो सकता है कर्ज

अगर रेपो रेट लिंक्ड प्लान को चुनते हैं तो यह MCLR पर आधारित मौजूदा ब्याज दर से 0.15 फीसदी सस्ता हो सकता है. आने वाले समय में आरबीआई ब्याज दरों में कमी कर सकता है. ऐसे में और राहत मिल सकती है. हालांकि अगर महंगाई बढ़ी तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी से EMI भी बढ़ जाएगी.