SBI Customer Alert: क्या आपके साथ ऐसा कभी हुआ है कि आप बैंक से कोई काम करा रहे हो, और बैंक ऑफिशियल आपको कोई दूसरा प्रॉडक्ट बेचने लग जाए? अकसर ऐसा देखने में आता है कि बैंक कर्मचारी आपको इंश्योरेंस प्रॉडक्ट बेचने में लग जाते हैं. और तो और आपकी सर्विस में ये इंश्योरेंस प्रॉडक्ट अलग से ऐड भी कर देते हैं, अगर कहीं आपने ध्यान नहीं दिया तो आप बाद में ऐसे प्रॉडक्ट्स के लिए पैसे चुका रहे होंगे, जो आपने खुद से खरीदा ही नहीं. 

SBI के ग्राहकों ने की शिकायत

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दरअसल, हाल ही में ट्विटर में State Bank of India के कुछ ग्राहकों की ओर से इसे लेकर शिकायतें आईं कि बैंक कर्मचारी इंश्योरेंस प्रॉडक्ट खरीदने के लिए मजबूर करते हैं. वहीं एक ग्राहक ने तो यह तक बताया कि उसके अकाउंट से एक बीमा योजना के लिए पैसे कट रहे हैं, जबकि उसने ऐसी कोई योजना ली ही नहीं है. एक अन्य ग्राहक ने बताया कि उसके अकाउंट से उसकी सहमति के बिना हाउस इंश्योरेंस के लिए 26,000 रुपये कट गए, जबकि उसने इसके लिए कभी अप्लाई ही नहीं किया था. एक अन्य ग्राहक ने बताया कि उसके साथ ऐसा कई बार हुआ है कि उसके सेविंग्स अकाउंट से इंश्योरेंस के लिए पैसे डेबिट हो गए और उसे शिकायत दर्ज करके रिफंड मांगना पड़ा.

SBI ने क्या दिया जवाब?

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ग्राहकों की शिकायत पर जवाब देकर कहा कि इंश्योरेंस और दूसरे निवेश उत्पादों को खरीदना है या नहीं, ये ग्राहक की मर्जी पर निर्भर करता है. बैंक के ब्रांच आपको बस इनसे जुड़े उत्पादों की जानकारी दे सकते हैं, ताकि आपको इनके बारे में पता रहे.

SBI ने एक ट्वीट में कहा कि "इंश्योरेंस ये दूसरे निवेश के उत्पादों को खरीदना आपकी अपनी इच्छा पर निर्भर करता है. ग्राहकों की जागरूकता के लिए उनको इसकी जानकारी दी जाती है. कृपया अपना कॉन्टैक्ट नंबर, ब्रांच के नाम और कोड/एड्रेस के साथ अपनी समस्या बताते हुए हमें डायरेक्ट मैसेज भेजें, हम आपकी मदद करेंगे."

क्या दूसरे प्रॉडक्ट खरीदना अनिवार्य है?

बैंक ने आगे कहा कि "...हम ग्राहकों को सेवाएं देते हुए नैतिकता का पालन करते हैं और उनकी सहमति के बिना कोई ट्रांजैक्शन नहीं करते. इस बात का ध्यान रखें कि हमसे कोई भी सेवा लेने के लिए किसी इंश्योरेंस या निवेश उत्पाद में पैसे लगाना अनिवार्य नहीं है."

कहां कर सकते हैं शिकायत?

SBI ने ये भी बताया कि ऐसी घटनाएं सामने आने पर आप कहां शिकायत कर सकते हैं. बैंक ने कहा कि "अगर आपके साथ ऐसा मामला सामने आता है तो आप इस संबंध में शिकायत कर सकते हैं. इसके लिए https://crcf.sbi.co.in/ccf लिंक पर जाएं. इसके बाद पर्सनल सेगमेंट में जाकर जनरल बैंकिंग सेगमेंट में जाएं, इंडिविजुअल कस्टमर के अंडर ऑपरेशन ऑफ अकाउंट्स में आपको Disputed Debit/Credit Transaction का ऑप्शन दिखेगा, उसके आखिरी कॉलम में अपनी समस्या बताएं. हमारी संबंधित टीम आपकी मदद करेगी."

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