रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने फोरेक्स मार्केट को सहारा देने के लिए बड़े कदम का एलान किया है. रिजर्व बैंक ने बाज़ारों में बड़ी बिकवाली के बीच डॉलर की भारी मांग को देखते हुए 6 महीने के रुपए- डॉलर के खरीद और बिक्री वाले स्वैप का ऐलान किया है. इसका मतलब ये है कि रिजर्व बैंक 6 महीने के लिए बैंकों को 200 करोड़ डॉलर बेचेगा और बाद में तय भाव पर उतने ही डॉलर की बैंकों से खरीद करेगा. इससे सिस्टम में डॉलर की किल्लत दूर होगी. वापस खरीद की शर्त से बैंक का डॉलर रिजर्व भी बना रहेगा. 

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दरअसल बाज़ार में भारी बिकवाली के बीच डॉलर की मांग बढ़ने से रुपये में कमज़ोरी आ रही है. रिजर्व बैंक ने संकेत दिए हैं कि आगे डॉलर बिक्री की रकम बढ़ाई जा सकती है. जिन बैंकों को डॉलर की ज़रूरत है वे सोमवार को बोली में हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि उन्हें 18 सितंबर तक रिज़र्व बैंक को तय रेट पर डॉलर वापस लौटाना होगा. 

6 मार्च की तारीख तक रिज़र्व बैंक के पास 487 अरब डॉलर से भी अधिक का विदेशी मुद्रा भंडार है. कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से विदेशी संस्थागत निवेशक दुनिया भर के बाज़ारों से पैसे निकाल रहे हैं. जिससे डॉलर की मांग बढ़ रही है. 

बैंकों के डॉलर खरीद से मार्केट में डॉलर की सप्लाई भी बढ़ेगी. जबकि डॉलर की तुलना में रुपए की सप्लाई घटेगी. रुपए के भाव को सहारा मिलेगा. रुपए का भाव डॉलर के मुकाबले गिरते गिरते 74 के स्तर तक आ चुका है.

ऐसे समझें

रिजर्व बैक बढ़ाएगा डॉलर की सप्लाई                                

200 करोड़ डॉलर की सप्लाई बढ़ाएगा रिजर्व बैंक

बैंकों को 6 महीने के लिए डॉलर बेचेगा रिजर्व बैंक

6 माह बाद तय रेट पर बैंकों को लौटाना होगा डॉलर

बाजारों में भारी बिकवाली की वजह से डॉलर की मांग

16 मार्च को रिज़र्व बैंक डॉलर के लिए बोली मंगवाएगा

18 सितंबर तक बैंकों को RBI को डॉलर लौटाना होगा

डॉलर की सप्लाई बढ़ने पर रु के भाव को सहारा मिलेगा

डॉलर के मुकाबले रुपए का भाव 74 के स्तर तक गिरा