भारतीय रिजर्व बैंक ने मास्टर कार्ड , वीजा कार्ड, अमेरिकल एक्सप्रेस जैसी पेमेंट सॉल्यूशन उपलब्ध कराने वाली कंपनियों को भारत में हुए लेनदेन का डेटा भारत में ही रखने के लिए कहा था. इसके लिए RBI की ओर से 15 अक्‍टूबर 2018 की समय सीमा सुनिश्चित की गई थी. लेकिन अब तक इन कंपनियों ने भारत में डेटा रखने को ले कर कोई निर्णय नहीं लिया है. ऐसे में RBI इन कंपनियों पर भारत में काम करने पर रोक लगा सकता है. ऐसे में आपका ATM कार्ड काम करना बंद कर सकता है. लेकिन ऐसे में आापको घबरारे की जरूरत नहीं है. वर्तमान समय में बाजार में कई ऐसे विकल्प उपलब्ध हैं जिनके जरिए आने आप दैनिक जावन के ट्रांजेक्शन बेहद आसानी से कर सकते हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वीजा और मास्टर कार्ड का विकल्प है मौजूद

यदि आप अब तक अब तक मास्टर कार्ड व वीजा कार्ड वाले एटीएम कार्ड का प्रयोग कर रहे हैं तो आप अपने बैंक जा कर उनसे RuPay सुविधा वाला कार्ड उपलब्ध कराने को कह सकते हैं. कई सरकारी बैंकों ने पहले से ही अपने कार्डों में RuPay की सुविधा देनी शुरू कर दी है. दरअसल RuPay पेमेंट सल्यूशन उपलब्ध कराने वाली सुविधा है जिसे भारत सरकार की कंपनी नेशनलपेमेंट कार्पोरेशन की ओर से चलाया जाता है. ऐसे में स्वभाविक तौर इस कंपनी की ओर से भारते में हुए लेनदेन का डेटा भारत में ही सुरक्षित रखा जाता है. RuPay का समझौता अब तक देश और विदेश के लगभग 600 बैंकों से हो चुका है. वहीं भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक व एचडीएफसी बैंक पहले से ही अपने ATM कार्डों में RuPay की सुविधा देने लगे हैं. RuPay की सुविधा के तहत कई और बैंकों को जोड़ने पर काम चल रहा है.

और भी हैं विकल्प

भारत सरकार की ओर से देश में कैशलेस इकोनॉमी को प्रोत्साहित किया जा रहा है. ऐसे में देश में मौजूद ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बैंक अपना मोबाइल वॉलेट ला चुके हैं. इन मोबाइल वॉलेट के जरिए आप दैनिक जीवन के लेनदेन बड़े आराम से कर सकते हैं.  देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की ओर से जहां एसबीआई बडी नाम से मोबाइल वॉलेट चलाया जा रहा है वहीं पीएनबी का मोबाइल वॉलेट पीएनबी किटी नाम से है. निजी क्षेत्र का बैंक एचडीएफसी पेजैप नाम से मोबाइल वॉलेट प्रयोग करता है.