सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने मार्च तिमाही में 10,000 करोड़ रुपये के फंसे कर्ज की वसूली का लक्ष्य रखा है. बैंक लगातार तीन तिमाही में नुकसान के बाद दिसंबर, 2018 को समाप्त तिमाही में मुनाफे में आया. पीएनबी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अबतक फंसे कर्ज में से 16,600 करोड़ रुपये की वसूली की है. नीरव मोदी-मेहुल चोकसी के 14,000 करोड़ रुपये के घोटाले से प्रभावित पीएनबी को चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 247 करोड़ रुपये का लाभ हुआ.

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विश्लेषकों के साथ बैठक के बाद बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील मेहता ने कहा कि हम फंसे कर्ज (एनपीए) में से 10,000 करोड़ रुपये की वसूली की उम्मीद कर रहे हैं. इसमें से 6,000 करोड़ रुपये भूषण पावर एंड स्टील तथा एस्सार स्टील से आएगा. दोनों कंपनियां एनसीएलटी में हैं. उन्होंने कहा कि शेष 4,000 करोड़ रुपये छोटे खातों के साथ कुछ एनसीएलटी खातों से आएंगे.

चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में बैंकों ने कुल फंसे कर्ज में से 16,600 करोड़ रुपये की वसूली की. एनसीएलटी में गये खातों में बैंक का 36,367 करोड़ रुपये फंसा है. इसके लिये बैंक ने 75.1 प्रतिशत का प्रावधान किया है. बैंक अपनी हाउसिंग फाइनेंस इकाई पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस में भी हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया में है. बोली प्राप्त करने की अंतिम तिथि 8 फरवरी है. पीएनबी ने भीखाजी काम पैलेस स्थित अपने पूर्व मुख्यालय को भी बेचने के लिये रखा है. मेहता ने कहा कि दोनों सौदा चालू तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है.