आज के समय में लोग बैंक जाने के बजाए घर बैठे ही इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) के जरिए सभी काम कर लेते हैं. ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल कुछ समय से कॉफी बढ़ा है. कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) मेंटेन रखने के लिए यही बेस्ट तरीका के कि ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए ही काम किया जाए. लेकिन, इसके फायदे है भी और नुकसान भी. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर काम करते समय आपको बहुत ध्यान रखना चाहिए. एक गलती से आपको बड़ा नुकसान भी हो सकता है. जानिए किन बातों का ध्यान आपको इंटरनेट बैंकिंग करते समय रखना चाहिए

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नेटबैंकिंग (Net Banking) या मोबाइल बैंकिंग (Mobile Banking) के जरिए फंड ट्रांसफर (Fund Transfer) करते समय हैं तो अन्य जानकारियों के साथ आपको सही आईएफएससी (IFSC Code) डालना भी जरूरी है. आईएफएससी (IFSC) की जरूरत नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर, रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट या इमिडिएट पेमेंट सर्विस के जरिए फंड ट्रांसफर करते समय होती है. 

सबसे पहले आपको उस यूजर के बैंक अकाउंट की जानकारी को बेनिफिशियरी के तौर पर रजिस्टर करना होता है और फिर उसके बाद आप इन माध्यमों के जरिए फंड ट्रांसफर कर सकते हैं. बेनिफिशियरी रजिस्टर करने के लिए आपको संबंधित यूजर की कई जानकारियां देनी होती है, जिसमें उनका नाम, बैंक का नाम, अकांउट नंबर, IFSC कोड शामिल होता है.

IFSC Code (इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड) 11 डिजिट का एक यूनिक अल्फान्यूमेरिक कोड होता है. इसके जरिए किसी भी बैंक के अलग-अलग ब्रांच की पहचान की जा सकती है. इस कोड का पहला 4 डिजिट बैंक का नाम होता है. पांचवा डिजिट 0 और अंतिम 6 डिजिट ब्रांच का कोड होता है.इसके जरिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को बैंक की उस ब्रांच के बारे में जानकारी मिल जाती है, जहां पैसे भेजे गए हों.

वैसे तो IFCS कोड भरने में गलती होने की संभावना कम ही होती है. क्योंकि, ज्यादातर बैंक ड्रॉपडाउन मेन्यू में बैंक और ब्रांच के नाम के बारे में जानकारी के आधार पर आईएफएससी कोड (IFCI Code) भरने का ऑप्शन देते हैं. फिर भी कई बार IFSC कोड भरते हुए गलत ब्रांच के IFSC का चुनाव हो सकता है. 

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ऐसी स्थिति में पैसे ट्रांसफर तो हो जाएंगे, पर सही खाते में नहीं पहुंचेंगे. एक ही बैंक के अलग-अलग ब्रांच का IFSC कोड अलग होता है. मान लीजिए कि आपको दिल्ली के किसी ब्रांच का IFSC चुनना है लेकिन आपने नोएडा स्थित किसी ब्रांच के IFSC को चुन लिया है. इस स्थिति में संभव है कि पैसे ट्रांसफर हो सकते हैं. हालांकि, इसके लिए अन्य जानकारियां भी सही होनी चाहिए. दरअसल, गलती से डाला गया IFSC कोड किसी दूसरी ब्रांच का हो सकता है. ऐसी स्थिति में फंड ट्रांसफर पूरा हो जाएगा.