Lakshmi Vilas Bank: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लक्ष्मी विलास बैंक पर पाबंदी लगा दी है. खबर के मुताबिक, बैंक पर एक महीने के लिए मोराटोरियम के तहत बैन लगाया गया है. इसमें प्रति व्यक्ति के अकाउंट से ज्यादा पैसे निकालने पर भी रोक लगा दी गई है. इस पाबंदी का असर हजारों कस्टमर्स पर पड़ना तय है. सरकार की तरफ से लगाई गई पाबंदी के मुताबिक, प्रति व्यक्ति अकाउंट से 25000 रुपये से ज्यादा निकासी नहीं कर सकेंगे.

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खराब होती वित्तीय हालत बड़ी वजह Financial loss to Lakshmi Vilas Bank

आरबीआई Reserve Bank of India की तरफ से लगाई गई इस पाबंदी के पीछे बैंक की खस्ता वित्तीय हालत है. भारतीय रिजर्व बैंक ने खराब होती वित्तीय हालत की वजह से यह फैसला लिया है. आरबीआई के मुताबिक, बैंक के कॉरपोरेट गवर्नेंस और मैनेजमेंट में भी कई खामियां मिलीं हैं. खस्ता वित्तीय हालत का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि वित्तीय वर्ष 2020 में बैंक का घाटा 836 करोड़ रुपये हुआ था. इसी तरह, 30 जून को खत्म हुई तिमाही में बैंक को 112 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. 

बैंक में NPA और घाटा बढ़ने की आशंका (Fear of increasing NPA and deficit in bank)

भारतीय रिजर्व बैंक को इस बैंक की हालत देखते हुए यह आशंका है कि बैंक में NPA और घाटा आगे भी बढ़ सकता है. आंकड़ों के मुताबिक, जून तिमाही में CET1 घटकर -1.83% और CRAR 0.17% रहा. केंद्रीय बैंक को यह भी आशंका है कि आगे बैंक में कोई नई पूंजी आएगी. इस बैन के बाद जब बैंक की फाइनेंशियल स्थिति ठीक हो जाएगी तब इस मोरेटोरियम को हटाया जाएगा. 

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DBS बैंक इंडिया में विलय का प्रस्ताव (DBS Bank India proposes merger)

आपको बता दें कि टीएन मनोहरन लक्ष्मी विलास बैंक के एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किए गए हैं. इसके अलावा, लक्ष्मी विलास बैंक का DBS बैंक इंडिया में विलय का प्रस्ताव है. रिजर्व बैंक की इस पाबंदी के बाद इस बैंक के कस्टमर्स 16 दिसंबर 2020 तक सिर्फ 25000 रुपये ही निकाल सकेंगे. बैंक के एसेट में कमी आई है. ऐसे में जो डिपॉजिटर्स हैं, उनके मुकाबले बैंक की कमाई पर निगेटिव असर पड़ा है.