प्राइवेट सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े बैंक, आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने कहा कि उसने अपने एलिजिबिल इंस्टीट्यूशन प्लानिंग (QIP) के तहत इक्विटी शेयरों (Equity Shares) का अलॉटमेंट पूरा कर लिया है और करीब 15,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इस अमाउंट का इस्तेमाल कारोबार की बढ़ोतरी और नियामकीय पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा. बैंक ने एक बयान में कहा कि क्यूआईपी के तहत निवेशकों को 358 रुपये प्रति शेयर के ऑफर प्राइस पर 41.89 करोड़ शेयर अलॉट किए गए हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बैंक ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपने क्यूआईपी के लिए प्रति शेयर 351.36 रुपये की मिनिमम कीमत तय की थी. निर्गम 10 अगस्त को खुला और 14 अगस्त को बंद हुआ. शेयरों की बिक्री के बीच सिंगापुर मौद्रिक प्राधिकरण ने 4.6 करोड़ शेयर लिए, जो क्यूआईपी ऑफर साइज का 11.06 प्रतिशत रहा.

इसके अलावा दूसरे प्रमुख निवेशकों में मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट फंड्स ग्लोबल अपॉर्चुनिटी फंड और सोसाइटी जेनरल-ओडीआई शामिल हैं. इसके अलावा इसमें विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों, घरेलू म्यूचुअल फंड और बीमा कंपनियों की अच्छी खासी भागीदारी भी देखी गई.

खबर के मुताबिक, साल 2020 में जनवरी से अब तक कंपनियों ने क्यूआईपी के जरिये मार्केट से 53,197 करोड़ रुपए जुटाई हैं. इन कंपनियों में प्रमुख रूप से आईसीआईसीआई बैंक के अलावा एक्सिस बैंक और एचडीएफसी की भी भागीदारी है. एक्सिस बैंक और एचडीएफसी ने 10-10 हजार करोड़ रुपए की राशि क्यूआईपी से जुटाई है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

क्यूआईपी बाजार से पैसे जुटाने का एक जरिया है. यह सिर्फ एलिजिबल संस्थागत खरीदारों के लिए ही जारी होता है. कोविड-19 के बाद अब भारतीय मार्केट धीरे-धीरे तेजी की तरफ जा रहा है. इस ट्रेंड की वजह से बाजार से पैसा जुटाना थोड़ा आसान हो गया है. उधर, जानकारों का यह भी मानना है कि भारत में 2020 में शेयरों की बिक्री से पैसे जुटाने का रिकॉर्ड बन सकता है.