HDFC Bank ने गुरुवार को दावा किया कि उसने पायलट आधार पर जारी सेंट्रल बैंक डिजिटल रुपये (CBDC- central bank digital currency) से एक लाख से अधिक ग्राहकों और 1.7 लाख से ज्यादा व्यापारियों को जोड़ा है. बैंक ने आपसी लेन-देन को आसान बनाने के लिये ई-रुपया मंच के साथ यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) ‘QR Code’ भी चालू किया है. सीबीडीसी केंद्रीय बैंक की तरफ से जारी मुद्रा का डिजिटल रूप है. भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल नवंबर में थोक खंड में पायलट आधार पर सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्रा कार्यक्रम शुरू किया था. दिसंबर में इसे खुदरा लेन-देन के लिये पेश किया गया था.

13 लाख लोग यूज कर रहे हैं CBDC

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आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि मौद्रिक प्राधिकरण साल के अंत तक डिजिटल रुपये में लेन-देन को 5,000-10,000 प्रतिदिन से बढ़ाकर 10 लाख प्रतिदिन करने की योजना बना रहा है. पायलट परियोजना में बैंकों की संख्या शुरू में आठ थी जो अब बढ़कर 13 हो गयी है. वर्तमान में सीबीडीसी के 13 लाख उपयोगकर्ता हैं, जिनमें तीन लाख कारोबारी हैं. शंकर ने कहा कि इस साल अप्रैल के अंत तक केवल एक लाख उपयोगकर्ता थे, जो अब बढ़कर 13 लाख हो गये हैं.

UPI के जरिए भी हो रहा है इस्तेमाल

सीबीडीसी पेश करने के बाद केंद्रीय बैंक ने जून में यूपीआई के जरिये डिजिटल रुपये के आपस में लेन-देन की घोषणा की. एचडीएफसी बैंक ने बृहस्पतिवार को ‘यूपीआई क्यूआर कोड’ शुरू करने के साथ कहा कि वह एकीकरण प्रक्रिया पूरी करने वाले पहले बैंकों में से एक है. बैंक ने इसमें शामिल व्यापारियों को अपने ग्राहकों से डिजिटल रुपये में भुगतान को स्वीकार करने की अनुमति दी है. इससे दैनिक लेन-देन में सीबीडीसी का उपयोग बढ़ा है. सीबीडीसी से जुड़े ग्राहक संबंधित टर्मिनल पर ‘यूपीआई क्यूआर कोड’ को स्कैन कर डिजिटल रुपये में आपस में लेन-देन कर सकते हैं.

एचडीएफसी बैंक फिलहाल 26 शहरों में ई-रुपया भुगतान सुविधा प्रदान कर रहा है. इसमें सभी प्रमुख महानगरों के अलावा भुवनेश्वर, गुवाहाटी, गंगटोक, इंदौर, भोपाल, लखनऊ, पटना, कोच्चि, गोवा, शिमला, जयपुर, रांची, नागपुर, वाराणसी, विशाखापत्तनम, पुडुचेरी और विजयवाड़ा जैसे शहर शामिल हैं..

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