रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती के कुछ घंटों के भीतर ही बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने छोटी अवधि के लोन की ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की. बैंक की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह कटौती केवल 6 माह तक के ऋण के लिए प्रभावी होगा. 1 साल की एमसीएलआर सहित अन्य 4 श्रेणी के ऋण पर ब्याज दर को अपरिवर्तित रखा गया है.

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बयान में कहा गया है कि 6 माह तक के ऋण पर अब बैंक 8.55 प्रतिशत की दर से ब्याज लेगा. इससे पहले रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करते हुए उसे 6.25 प्रतिशत कर दिया है. 

उधर, वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में कटौती से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा और छोटे कारोबारियों व घर खरीदारों को सस्ता कर्ज उपलब्ध हो सकेगा.  

गोयल ने ट्वीट किया, ‘‘रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत करने और रुख को बदलकर ‘तटस्थ’ करने के फैसले से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा. इससे छोटे कारोबारियों, घर खरीदारों को सस्ता कर्ज उपलब्ध हो सकेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.’’ 

रिजर्व बैंक के फैसले का स्वागत करते हुए आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि यह काफी संतुलित और अग्रसारी नीतिगत समीक्षा है. गर्ग ने ट्वीट किया, ‘‘वृद्धि और मुद्रास्फीति का आकलन वास्तविकता के करीब है.’’ उन्होंने रिजर्व बैंक द्वारा अपने रुख को बदलकर तटस्थ करने और रेपो दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती के फैसले का स्वागत किया.

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में चौथाई प्रतिशत की कटौती का स्वागत करते हुए कहा कि इससे निजी निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा और निवेशकों की धारणा में सुधार होगा.