देश की पहली प्राइवेट एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज के विमान जमीन पर हैं. लेकिन, जल्द ही इसे दोबारा पंख लग सकते हैं. 10 मई जेट एयरवेज के लिए काफी खास है. क्योंकि, इसी दिन जेट एयरवेज की किस्मत को लेकर दो बड़े फैसले होने है. पहला फैसला कंपनी की हिस्सेदार के लिए संभावित बोली की प्रक्रिया पूरी होगी. इसके बाद पता चलेगा कि कंपनी को पंख लगेंगे या नहीं. वहीं, दूसरा फैसला विदेशी उड़ानों को लेकर होना है. एविएशन मंत्रालय जेट एयरवेज के विदेशी रूट्स के स्लॉट दूसरी एयरलाइन को दे सकते हैं. ऐसे में जेट एयरवेज के लिए यह बड़ा झटका हो सकता है.

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जेट एयरवेज के विदेशी रूट्स के लिए फ्लाइंग राइट्स को दूसरी कंपनियों को सौंपे जा सकते हैं. जी बिजनेस को मिली जानकारी के मुताबिक, 10 मई एविएशन मंत्रालय इस पर फैसला लेगा. आशंका जताई जा रही है कि जेट एयरवेज के रूट्स दूसरी विमानन कंपनियों को दिए जा सकते हैं.

किस रूट पर सबसे ज्यादा डिमांड

जेट एयरवेज का दोबारा संचालन न शुरू होने की स्थिति में सरकार इसके फॉरेन फ्लाइंग राइट्स दूसरी एयरलाइंस में बांटने सकती है. एविएशन मिनिस्ट्री के एक अधिकारी ने कहा, 'जिन एयरलाइंस ने आवेदन किया है, हम उनको अधिकार देने पर विचार कर रहे हैं. ज्यादा मांग सिंगापुर, थाइलैंड और मध्य एशिया के लिए है.' हालांकि, इस कदम से जेट के लिए बोली लगाने वालों को चिंता हो सकती है. 

जेट को वापस मिलेंगे रूट्स

हालांकि, जेट एयरवेज के लिए राहत की बात यह है कि एयरलाइन के शुरू होने की स्थिति में उसके रूट वापस सौंप दिए जाएंगे. एक अधिकारी के मुताबिक, एयरलाइन के साथ हुई बैठक में यह आश्वासन दिया गया है कि जेट के दोबारा उड़ान शुरू करने पर विदेशी फ्लाइंग राइट्स उसे वापस मिल जाएंगे. 

खरीदार का है इंतजार

अधिकारी ने कहा, 'हम जल्द से जल्द ये रूट दूसरी एयरलाइंस को दे देना चाहते थे लेकिन हम जेट का खरीदार निश्चित होने का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, राइट देने पर 10 मई को फैसला होना है. इससे पहले मंत्रालय ने राइट्स देने पर जल्दीबाजी नहीं करने के निर्देश दिए थे. इससे पहले जेट के कर्मचारियों और बैंकों ने भी सरकार के सामने मांग रखी थी कि खरीदार मिलने तक जेट एयरवेज के राइट किसी दूसरी एयरलाइन को न दिए जाएं.

बता दें कि एयर इंडिया के बाद जेट एयरवेज ही ऐसी एयरलाइंस थी, जिसके पास सबसे ज्यादा विदेशी कोटा है. लेकिन, इसका संचालन बंद होने से इंटरनेशनल रूट पर सप्लाइ कम हो गई है. इससे विदेश यात्रा के किराए में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है. 

किस रूट पर कितनी सीटें 

जेट को सरकार की तरफ से एक हफ्ते में 42 हजार से अधिक विदेशी उड़ानों के लिए सीट बुक करने की मंजूरी मिली हुई है. अगर यह सीटें अन्य उड़ानों को चली जाती है तो फिर नए निवेशक भी जेट में पैसा लगाने से हाथ खींच सकते हैं. जेट के पास फिलहाल हर हफ्ते दुबई के लिए 13006, सिंगापुर की 11032, अबू धाबी की 10584, थाईलैंड की 10016 और कतर की 8463 सीटें बुक करने का लाइसेंस है.