मुंबई में जेट एयरवेज ने रविवार को 10 घरेलू उड़ानें रद्द कर दीं. अचानक से विमानन कंपनी की ओर से उड़ाने रद्द किए जाने से सैकड़ों यात्री हवाईअड्डे पर घंटों फंसे रहे. जेट एयरवेज ने कहा कि 'संचालन संबंधी मुद्दों' के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (सीएसएमआईए) से उड़ानें रद्द की गईं. खबरों के अनुसार पायलटों की कमी के चलते विमानन कंपनी को अपनी उड़ानें रद्द करनी पड़ीं.

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विमानन कंपनी ने कहा संचालन के संबंधित थे कारण

एयरलाइन की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि "संचालन से संबंधित कारणों के कारण जेट एयरवेज को अपनी कुछ घरेलू उड़ानें (18 नवंबर की) रद्द करनी पड़ीं. प्रभावित विमानों के यात्रियों को एसएमएस के जरिये उनके विमान के बारे में सूचना दे दी गई थी. नियामक नीति के अनुसार यात्रियों को दूसरे विमानों में बैठने की व्यवस्था की गई है या उन्हें हर्जाना दिया गया है."

जेट एयरवेज का चल रहा है मुश्किल दौर

जेट एयरवेज फिलहाल ज़बरदस्त नकदी संकट से गुज़र रही है. लगातार हर तिमाही में घटा दिख रहा है. कंपनी पायलटों और अन्य कर्मियों का तय समय पर वेतन नहीं दे पा रही है. इस बार सितंबर में समाप्त तिमाही में जेट एयरवेज को 1,261 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. एक साल पहले समान तिमाही में उसने 71 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. यह लगातार तीसरी तिमाही है जबकि जेट एयरवेज को घाटा हुआ है.

विमानन कंपनी का हो सकता है अधिग्रहण

बीते शुक्रवार को टाटा संस ने जेट एयरवेज के अधिग्रहण की अपनी रुचि की पुष्टि की थी. हालांकि, इसके साथ ही कंपनी ने कहा था कि उसने इसके लिए अभी तक कोई पुख्ता पेशकश नहीं की है और अभी इस संबंध में उसकी बातचीत प्रारंभिक अवस्था में ही है. टाटा समूह पहले ही दो एयरलाइं कंपनियों का परिचालन कर रहा है. इसमें पूर्ण सेवा विमानन कंपनी विस्तार और एयरएशिया इंडिया शामिल है. दोनों संयुक्त उद्यम हैं. इस तरह की चर्चा थी कि टाटा समूह नरेश गोयल की अगुवाई वाली एयरलाइन जेट एयरवेज का सिंगापुर एयरलाइंस के साथ मिलकर पूर्ण अधिग्रहण करने की योजना बना रही है.