IndiGo Q2 Results: देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने गुरुवार को सितंबर तिमाही में 1,435 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा (Net Loss) दर्ज किया. IndiGo के पास सितंबर 2021 के अंत तक 279 फ्लाइट्स की फ्लीट थी. 

कंपनी की इनकम में हुआ इजाफा

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कंपनी को एक साल पहले की अवधि में 1,194 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. हालांकि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में कंपनी की टोटल इनकम (IndiGo Total Income) 91.4 फीसदी बढ़कर 5,798 करोड़ रुपये हो गई.

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इंडिगो के खर्चे बढ़ें

सितंबर तिमाही में कंपनी का कुल खर्च (IndiGo Total expenses) 71.3 फीसदी बढ़कर 7,234 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 4,224 करोड़ रुपये था. 

कंपनी के सीईओ रोनोजॉय दत्ता (Ronojoy Dutta) ने कहा, "हम रेवेन्यू रिकवरी की स्पीड के प्रोत्साहित हैं. हम अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए प्रॉफिट हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं."

फ्यूल की कीमतों में वृद्धि से बढ़े खर्चे

उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि एयरलाइन (IndiGo Airlines) अब कोरोना महामारी के संकट से उभर रही है. हालांकि उन्होने एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की बढ़ती कीमतों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे एयरलाइन के खर्चें बढ़ रहे हैं.

IndiGo ने 2011-22 की पहली तिमाही में 3,174 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था. एयरलाइन को दूसरी तिमाही के दौरान अधिकतम 1,209 डेली फ्लाइट्स और मिनिमम 759 फ्लाइट्स संचालित की. इसके साथ ही एयरलाइन ने सितंबर तिमाही के दौरान पैसेंजर चार्टर्स और एयर बबल फ्लाइट्स के माध्यम से 69 डोमेस्टिक और कई इंटरनेशनल लोकेशन पर शेड्यूल सर्विसेज भी दी.