टाटा संस (TATA SONS) ने जब से सरकार से एयर इंडिया (Air India) खरीदने की डील की है, सिविल एविएशन इंडस्ट्री में हलचल तेज हो रही है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में टाटा के तहत एयर इंडिया से दूसरी एयरलाइंस को कड़ी टक्कर मिलने वाली है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) रोनोजॉय दत्ता ने बुधवार को कहा कि टाटा ग्रुप के तहत एयर इंडिया से एक नई और वास्तविक चुनौती मिलेगी. जबकि नई एयरलाइन ‘आकाश एयर’ अगले दो-तीन साल के दौरान बहुत कम प्रतिस्पर्धी ताकत रहेगी.

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आकाश एयर को बताया कम कॉम्पिटिटीव

खबर के मुताबिक, आकाश एयर (Akash Air) को इंडिगो के पूर्व अध्यक्ष आदित्य घोष, जाने-माने निवेशक राकेश झुनझुनवाला और जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे (Vinay Dubey) का सपोर्ट हासिल है, जिसे सोमवार को नागर विमानन मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मिला. उन्होंने कहा कि आकाश एयरलाइन अभी या अगले दो-तीन सालों के लिए बहुत कम कॉम्पिटिटीव रहेगी. वे धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे, उन्हें स्लॉट हासिल करना होगा, विमान लेने होंगे. वे धीमी गति से आगे बढ़ पाएंगे.

हम अच्छी स्थिति में

दत्ता ने विमानन परामर्श कंपनी (CAPA) की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मुझे लगता है कि इसके विपरीत हम अच्छी स्थिति में हैं. हम सबसे किफायती एयरलाइन हैं. किसी के लिए भी अपनी लागत को हमसे कम करना मुश्किल होगा.

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टाटा ग्रुप ने 18000 करोड़ रुपए में बोली जीती

सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India airline) के लिए टाटा ग्रुप (Tata group) ने 18000 करोड़ रुपए में बोली जीती है. अब टाटा ग्रुप एयर इंडिया (Tata group owned Air India) का नया मालिक होगा. एयर इंडिया की कमान 68 साल बाद फिर से टाटा ग्रुप के पास होगी. यह सौदा इस साल दिसंबर के आखिर तक पूरा होने की उम्मीद है. टाटा की एयर इंडिया और इसके दूसरे वेंचर एयर इंडिया एक्सप्रेस में 100 फीसदी हिस्सेदारी होगी.