सरकार एक बार फिर एयर इंडिया को बेचने के लिए प्रयास करेगी. सरकार इस विमानन कपंनी की पूरी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है.

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सूत्रों के मुताबिक साल के दूसरे छमाही में एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार फिर से आगे आ सकती है. इस बार सरकार एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है. एयर इंडिया को बेचने की दूसरी कोशिश में मिली असफलता से सबक लेते हुए सरकार इस बार कई बड़े और अहम बदलाव कर सकती है.

एयर इंडिया में हो सकते हैं इो बड़े बदलाव

सुत्रों के मुताबिक, इस बार सरकार एयर इंडिया विनिवेश को लेकर 2 बड़े बदलाव किए जा सकते हैं ताकि Air India में 74% फीसदी नही बल्कि 100 फीसदी हिस्सेदारी को आसानी से बेचा जा सके. पिछली कोशिश में असफलता की बड़ी वजह सरकार का खुद 26% हिस्सेदारी रखना था जिसके चलते कोई भी बड़ा खरीदार आगे नही आया. दूसरा बड़ा कदम सरकार उठा सकती है कि फिलहाल एयर इंडिया पर जो 25,000 करोड़ का कर्ज है उसका बड़ा हिस्सा SPV की तरफ डाइवर्ट किया जा सकता है.

कर्ज के चलते नहीं मिले खरीददार

इसके पहले जब air इंडिया पर तकरीबन 55000 करोड़ रुपए का कर्ज था तब बोझ को कम करने के लिए सरकार ने तकरीबन 29000 करोड़ रूपए स्पेशल पर्पस व्हीकल यानी SPV में डाले थे. सूत्रों की माने तो 25000 करोड़ का कर्ज भी एक बड़ी वजह है जिसके चलते कोई बड़ा खरीदार आगे नही आ सकता है.