जेट एयरवेज के प्रोमोटर्स और फाउंडर मेंबर नरेश गोयल को मुंबई एयरपोर्ट पर चलती फ्लाइट से उतार लिया गया. मुंबई से दुबई जा रही एमिरेट्स एयरलाइन की फ्लाइट में नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनिता सवार थे. बताया जा रहा है दोनों दुबई के रास्ते लंदन जा रहे थे. दरअसल, गृह मंत्रालय के लुक आउट नोटिस के चलते उन दोनों पर देश छोड़ने की रोक है. इसलिए इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के आदेश पर प्लेन को रनवे से वापस पार्किंग में बुलाया गया और उन्हें उतारा गया. 

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बताया जा रहा है कि नरेश और अनिता गोयल के पास 4 बड़े सूटकेस भी थे, जिन्हें विमान से उतार लिया गया. आपको बता दें, जेट एयरवेज में हिस्सा बेचने के लिए बड़े निवेशक की तलाश की जा रही है. फिलहाल, एतिहाद और हिंदुजा ब्रदर्स के साथ नरेश गोयल के हिस्सेदारी खरीदने की चर्चा है. हालांकि, अभी तक कोई फाइनल बिडिंग नहीं मिली है.

शेयर पर कितना इम्पैक्ट?

जेट एयरवेज की आर्थिक स्थिति के चलते पहले ही शेयरों में बड़ी गिरावट आ चुकी है. अब प्रोमोटर्स को विमान से उतारना शेयर पर कितना इम्पैक्ट डालेगा? जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने इस मामले में अपनी राय देते हुए कहा कि यह काफी पॉजिटिव प्वाइंट है. इससे पता चलता है कि सरकार काफी सजग है और कॉरपोरेट इंडिया के लिए एकदम लाउड और क्लियर मैसेज है कि अगर आपको बैंकों का पैसा देना है तो देश छोड़कर नहीं भाग पाएंगे. यह संकेत बहुत अच्छा है.

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जेट एयरवेज की डील होगी?

अनिल सिंघवी के मुताबिक, यह खबर स्टॉक के लिए अच्छी नहीं है. लेकिन, डील के लिहाज से आपको मीटिंग करनी है तो कहीं भी की जा सकती है. मीटिंग दुबई में होनी था या लंदन में तो मुंबई में भी मीटिंग हो सकती है. प्रोमोटर्स के लिए डील मायने रखती है. जगह मायने नहीं रखती. जेट एयरवेज को बिकना है, तो कहीं भी बिक सकती है.

डील के लिए बढ़ेगा दबाव?

अनिल सिंघवी के मुताबिक, सरकार के इस कदम से डील करने का दबाव बढ़ेगा. हालांकि, जेट में हिस्सेदारी बेचने का फैसला अब बैंकों के हाथ में है. नरेश गोयल को रोककर इससे बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं, नरेश गोयल अब कंपनी के बोर्ड में भी शामिल नहीं हैं. अनिल सिंघवी का मानना है कि शेयर पर बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ना चाहिए.