पिछले महीने यानी दिसंबर 2018 में हवाई यात्रियों ने सबसे अधिक शिकायत सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया (घरेलू सेवा) के खिलाफ की. डीजीसीए के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में यात्री संबंधी कुल 803 शिकायतें दर्ज की गईं. दिसंबर 2018 में प्रति 10 हजार यात्रियों पर 0.63 शिकायतें मिलीं. ये सभी घरेलू उड़ानों से संबंधित शिकायतें हैं. इसमें सबसे अधिक शिकायतें 1.6 एयर इंडिया के खिलाफ की गईं. सबसे कम शिकायतें 0.1 विस्तारा एयरलाइन के खिलाफ मिलीं.

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इन एयरलाइन से भी नाराज

एयर इंडिया के बाद जिस एयरलाइन ने सबसे अधिक शिकायतों का सामना किया, वह है जेट एयरवेज+जेटलाइट. इस एयरलाइन के खिलाफ प्रति 10 हजार यात्रियों पर 1.3 शिकायतें मिलीं. इसके बाद इंडिगो 0.5, गो एयर 0.2, एयर एशिया 0.2, ट्रूजेट 0.2, स्पाइसजेट 0.2 और सबसे कम शिकायत विस्तारा के खिलाफ मिली. इसका आंकड़ा प्रति 10 हजार यात्री पर मात्र 0.1 शिकायत रहा. दिसंबर में एयर ओडिशा, एयर डेक्कन और जूम एयर ने किसी भी फ्लाइट का परिचालन नहीं किया.

इन मामलों में मिली शिकायत

घरेलू हवाई यात्रियों की तरफ से की गई शिकायतों में सबसे अधिक शिकायत कस्टमर सेवा को लेकर की गई. इसको लेकर सबसे अधिक 32.5 प्रतिशत शिकायतें मिलीं. इसके बाद यात्री सबसे अधिक फ्लाइट की समस्या (30 प्रतिशत) से परेशान रहे.

 

 

एक खास परेशानी बैगेज (23.9 प्रतिशत) को लेकर भी रही जिसकी शिकायत यात्रियों ने की. इसके अलावा यात्रियों को कर्मचारी के व्यवहार, रिफंड (2.2 प्रतिशत), खाने-पीने के सामान की कीमत और अन्य शिकायतें रहीं.