Toyota Business Update: ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) भारत में अपना बिजनेस का विस्तार करने की योजना बना रही है. कंपनी ने लोगों के बड़ी कार की ओर बढ़ते रुख को देखते हुए फैसला लिया है कि आने वाले समय में कंपनी और प्रोडक्ट्स को लॉन्च करेगी. कंपनी का कहना है कि भारत में मौजूदा समय में लोगों में ये पैटर्न देखने को मिल रहा है कि लोग छोटी कार को छोड़ बड़ी कार को खरीदने पर फोकस कर रहे हैं. ऐसे में कंपनी प्रीमियम कार सेगमेंट में और प्रोडक्ट लाने पर फोकस कर रही है. वाहन विनिर्माता टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) भारतीय बाजार में बड़े आकार के वाहनों की तरफ ग्राहकों के बढ़ते झुकाव को देखते हुए अधिक प्रीमियम मॉडल लाने पर विचार कर रही है. 

कंपनी ने लॉन्च की एंट्री लेवल एसयूवी

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फॉर्च्यूनर और इनोवा जैसे लोकप्रिय मॉडल बेचने वाली कंपनी ने बुधवार को अपनी प्रवेश स्तर की एसयूवी ‘अर्बन क्रूजर टैसर’ को पेश कर अपने उत्पादों का दायरा बढ़ाया. इस मॉडल की शोरूम कीमत 7.73 लाख रुपये से 13.03 लाख रुपये तक है. इस मौके पर टीकेएम के उप प्रबंध निदेशक (बिक्री एवं विपणन) तदाशी असाजुमा ने कहा कि यह मॉडल कंपनी को अधिक ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने में मदद करेगा. 

यह मॉडल टीकेएम के रणनीतिक साझेदार मारुति सुजुकी के फ्रॉन्क्स मॉडल का ही साझा संस्करण है. असाजुमा ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य बाजार में विविध ग्राहक जरूरतों को पूरा करना है और नया मॉडल भी उसी सोच का हिस्सा है.  

हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक कार पर फोकस

उन्होंने कहा कि कंपनी की योजना देश में अपने पोर्टफोलियो में हाइब्रिड और बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों सहित विविध इंजन किस्म वाले मॉडल रखने की है. असाजुमा ने कहा कि भारतीय ग्राहक धीरे-धीरे छोटी कारों से बड़ी कारों का रुख कर रहे हैं और इसी को ध्यान में रखते हुए कंपनी नए मॉडल पेश करने के लिए एक नए विनिर्माण संयंत्र के साथ अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार भी कर रही है. 

जब उनसे पूछा गया कि क्या टीकेएम भारत में और अधिक प्रीमियम कारें लाने पर विचार करेगी, तो उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि यह जरूरी होना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि टोयोटा भारतीय बाजार में हाइब्रिड प्रौद्योगिकी या बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (बीईवी) में से किस पर ध्यान केंद्रित करेगी, उन्होंने कहा कि कंपनी के पास हर तरह की प्रौद्योगिकियां हैं और हमारी रणनीति ग्राहकों की जरूरतें पूरा करने की है.

BEVs पर रहेगा जोर

उन्होंने कहा कि फिलहाल भारत में मजबूत हाइब्रिड वाहन ही व्यावहारिक समाधान दिख रहा है. लेकिन अधिक ग्राहक जरूरतों आने पर हम बीईवी के बारे में भी सोचेंगे. हालांकि, उन्होंने देश में अपनी पहली बीईवी पेश करने की समयसीमा के बारे में कोई ब्योरा देने से इनकार कर दिया.