Car Waiting period: देश की प्रमुख ऑटो मैनुफैक्चरर कंपनियों के पास पेंडिंग (Car Waiting) ऑर्डर का आंकड़ा 6.5 लाख यूनिट पर पहुंच गया है. सेमीकंडक्टर की कमी के चलते लगभग सभी प्रमुख कंपनियों का प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है. इसके चलते ग्राहकों को लंबी प्रतीक्षा अवधि (वेटिंग पीरियड) का सामना करना पड़ रहा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) के पास ही अकेले 3.4 लाख ऑर्डर पेंडिंग है, वहीं Hyundai, महिंद्रा एंड महिंद्रा के पास कुल मिलाकर करीब तीन लाख यूनिट के ऑर्डर पेंडिंग हैं.

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अकेले मारुति के पास 3.4 लाख यूनिट का ऑर्डर पेंडिंग

खबर के मुताबिक, टाटा मोटर्स, किआ और होंडा कार्स जैसी कंपनियां भी इसी स्थिति का सामना कर रही हैं. मारुति के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे अनुमान के मुताबिक, पूरे पैसेंजर व्हीकल्स बाजार में करीब 6.5 लाख कारों का ऑर्डर पेंडिंग है. अकेले मारुति के पास 3.4 लाख यूनिट का ऑर्डर पेंडिंग है. उन्होंने गाड़ियों की सप्लाई में देरी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि इसका एक ही तरीका है कि प्रोडक्शन को बढ़ाया जाए. हम यही चाहेंगे जो गाड़ियां ग्राहकों ने बुक की हैं, उनकी जल्द डिलिवरी की जाए.

इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्रतीक्षा अवधि छह महीने तक

टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने कहा कि उसके पैसेंजर व्हीकल्स कैटेगरी के लिए वेटिंग पीरियड( car waiting period 2022) एडिशन और रंग के आधार पर चार से 12 सप्ताह के बीच है. प्रवक्ता ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्रतीक्षा अवधि (Car Waiting period) छह महीने तक की है. इसके अलावा होंडा कार्स इंडिया के निदेशक (मार्केटिंग एंड सेल्स) युइची मुराता ने कहा कि दुनियाभर में चिप की कमी समेत सप्लाई चेन की चुनौतियों ने पिछले साल से उत्पादन को प्रभावित किया है. इसके कारण वाहनों के लिए प्रतीक्षा अवधि बढ़ गई है.

पेट्रोल और डीजल गाड़ियों की वेटिंग पीरियड

होंडा कार्स इंडिया के निदेशक ने कहा कि कंपनी के वाहनों की प्रतीक्षा अवधि (car waiting times 2022) दो से नौ महीने तक के बीच में चल रही है. पेट्रोल वाहनों के लिए वेटिंग पीरियड दो महीने, डीजल के लिए तीन से पांच महीने और हाइब्रिड कैटेगरी के लिए नई बुकिंग की प्रतीक्षा अवधि नौ महीने तक की है.

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हाल में कई कंपनियों ने लंबी वेटिंग पीरियड होने के बावजूद अपने नए प्रोडक्ट यानी नई कारें लॉन्च की हैं और करने वाली हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि आगे भी वेटिंग पीरियड में तुरंत कोई सुधार होने की गुंजाइश कम ही है.