Lucknow News: पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए देश में इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए सड़क किनारे पेट्रोल पंप की तरह ही अब चार्जिंग स्टेशन बनने लगे हैं. इसी के तहत अब उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने बड़ी पहल की है. लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 10 चार्जिंग स्टेशन (Electric vehicle charging station) बनाए जाएंगे. इसके लिए काम शुरू हो गया है.

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दीवली पर चार्जिंग स्टेशन का तोहफा देने की तैयारी

परिवहन विभाग ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया. दीपावली पर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर फोर व्हीलर इलेक्ट्रिक वाहन (Electric vehicle) मालिकों को नए चार्जिंग स्टेशन का तोहफा देने की तैयारी है. एक्सप्रेस-वे पर दोनों तरफ इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पेट्रोल पंप की तर्ज पर दस चार्जिंग स्टेशन (EV Charging Station) खोले जाएंगे. लखनऊ से आगरा के बीच 2 महीने में चार्जिंग स्टेशन तैयार हो जाएंगे. इसके अलावा लखनऊ शहर से जुड़े आगरा और वाराणसी रुट पर भी चार्जिंग स्टेशन खोलने की योजना है. 

फिलहाल एक कंपनी को चार्जिंग स्टेशन खोलने की अनुमति दी गई है. इन स्टेशनों पर प्रति वाहन की चार्जिंग कीमत उद्घाटन से पहले ही तय कर दी जाएगी. जिससे तय कीमत पर गाड़ियों को आसानी से चार्ज किया जा सके. फिलहाल 50 मिनट से एक घंटे के बीच एक इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज हो जाएगा.

पेट्रोल से 5 गुना सस्ता होगा इलेक्ट्रिक वाहन

इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों के मुताबिक, इलेक्ट्रिक वाहनों पर प्रति किलोमीटर का खर्च एक रुपये आता है. जबकि पेट्रोल से चलनेवाली गाड़ियों पर 1 किलोमीटर का खर्च साढ़े 5 से 6 रुपये के बीच आएगा. इस लिहाज से इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर खर्च पेट्रोल की गाड़ियों से करीब पांच गुना कम होगा.

30 से 80 किलोमीटर के बीच एक चार्जिंग स्टेशन खोलने की तैयारी

इन चार्जिंग स्टेशनों को खोलने के लिए कुछ नियम और शर्तें हैं. इसके मुताबिक 30 से 80 किलोमीटर के बीच एक स्टेशन खोला जा सकता है. इसके लिए जमीन और बिजली कनेक्शन होना जरूरी होगा. स्टेशन के लिए कम से कम एक हजार वर्ग फुट जमीन होनी चाहिए वहीं बिजली का 10 से 15 KV का कमर्शियल कनेक्शन होना चाहिए. स्टेशन पर एक साथ 5 गाड़ियों के चार्जिंग की सुविधा भी होनी चाहिए.

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