अब ट्रैफिक का झंझट नहीं होगा, क्योंकि जल्द ही बाजार में ऐसी कार उतरने वाली है जो सड़कों पर ही नहीं, आसमान में भी चलेगी. आसमान में उड़ती कार का सपना 2020 में पूरा हो जाएगा. दो सीट वाली यह कार साल 2017 में शोकेस की गई थी. इसे स्लोवाकिया की कंपनी ऐरोमोबिल ने बनाया है. हालांकि, कार की कीमत के बारे में अभी कोई खुलासा नहीं किया गया है. इस कार में एक 'अल्ट्रालाइट' और स्पोर्ट्स कार, दोनों की खूबियां एक साथ हैं.'

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एक बार पेट्रोल भरने पर चलेगी 430 मील

कार के शौकीन अगले साल में फ्लाईंग कार 'ऐरोमोबिल' खरीद सकेंगे. कार सिर्फ एक टैंक पेट्रोल में 430 मील का सफर तय कर सकेगी. सड़क पर यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. जबकि आसामान में इसकी रफ्तार बढ़कर 200 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. हवा में उड़ते समय इसके दो विंग्स फैले रहेंगे. इसे सड़क पर फोल्ड कर सकेंगे.

उड़ाने और उतराने के लिए चाहिए घास वाली जमीन

कंपनी ने बताया कि इसे उतारने के लिए 150 फीट घास वाली जमीन चाहिए और उड़ान भरने के लिए 750 फीट खाली रोड़. कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ जुराज वैकूलिक के मुताबिक साल 2020 में इस कार को ऑफिशियली लॉन्च किया जा सकता है. यह ग्लोबल लेवल पर प्राइवेट ट्रैफिक के नक्शे को बदल देगी. खासकर यूरोपीय देशों में इसकी ज्यादा जरूरत होगी.

क्या है कार की खासियत

> कार का इंजन- रोटैक्स 912

> चौड़ाई : 8320 मिमी, लंबाई: 6000 मिमी 

> फाइबर स्टील की बॉडी पर कार्बन कोटिंग 

> फ्यूल की खपत: 15 लीटर प्रति घंटा

> रेंज- 700 किलोमीटर 

> मिनिमम स्पीड 60 किमी प्रति घंटा 

> टेक ऑफ स्पीड 130 किमी प्रति घंटा

> 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी यह सड़क पर

> 200 किलोमीटर प्रति घंटे की तेजी से दौड़ेगी आसामान में

> 2020 में होगा कार का ऑफिशियल लॉन्च

 

कहीं भी उतार सकेंगे सवारी

वैकूलिक ने कहा कि इसकी सबसे खात बात यह है कि उड़ाने भरने या उतारने के लिए इसे किसी हवाई अड्डे की जरूरत नहीं होगी. यह किसी के दरवाजे के आगे भी सवारी को उतार सकती है. बाजार में कार के आने के बाद यातायात आसान हो जाएगा और ट्रैफिक से भी निजात मिलेगी. 

ऑटोपायलट से लैस होगी कार

वैकूलिक के मुताबिक, इस कार में सुरक्षा के मानकों का पूरा ध्यान रखा गया है. यह कार ऑटोपायलट से लैस है और आपातकालीन स्थिति के लिए इसमें पैराशूट की व्यवस्था की गई है.

पर्फेक्ट नहीं डिजाइन

समेटने वाली विंग्स की इस कार के तीसरे प्रोटोटाइप को ऑस्ट्रिया में होने वाले पायनियर फेस्टिवल में दिखाया जाएगा. हालांकि, यह डिजाइन अभी पर्फेक्ट नहीं है. क्योंकि, इसके विंग्स फोल्ड होने के बाद ड्राइवर की बैक सीट पर जाते हैं. 'हम 1990 से उड़ने वाली कार का कॉन्सेप्ट डिवेलप कर रहे हैं. हमारा पहला मॉडल बहुत ही अजीब दिखता था. उसे बराबर इस्तेमाल करने में दिक्कत सकती थी.' - जुराज वैकुलिक, को-फाउंडर और सीईओ