Tokyo Olympics 2020 latest news: टोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) का आगाज किया जा चुका है. खेलों का यह महाकुंभ 8 अगस्त तक चलने वाला है.  टोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत की ओर से अभी तक सिर्फ वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू  (Mirabai Chanu) मेडल जीतने में हासिल की है. लेकिन कुछ लोग यहां एक बात को लेकर काफी कंफ्यूज हो रहे हैं. लोगों के मन में लगातार यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर 2021 में होने वाले ओलंपिक को 2020 का नाम क्यों दिया जा रहा है. 

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चलिए अब हम आपको इस सवाल का जवाब बताने की कोशिश करते हैं. दरअसल, जापान के टोक्यो शहर (Japan Tokyo City) में इसका आयोजन पिछले साल किया जाना था. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के कारण इसे आगे शिफ्ट कर दिया गया था. 1948 के बाद यह पहला मौका था जब ओलंपिक के आयोजन को टाला गया था. ओलंपिक हमेशा चार साल के अंतराल के बाद आयोजित किया जाता है. ऐसे में 2016 के बाद इसे 2020 में कराया जाना था. 

कोरोना वायरस के कारण पिछले साल टाल दिया गया था ओलंपिक

लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसे समय पर नहीं आयोजित किया जा सका. अब ओलंपिक को अगली बार साल 2024 में आयोजित किया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और टोक्यो 2020 आयोजन समिति ने पिछले साल ओलंपिक को 23 जुलाई 2021 में कराने की बात कही थी. ओलंपिक की तैयारी खिलाड़ियों के साथ-साथ आयोजक भी काफी समय पहले से करने लगते हैं, ऐसे में कई ऐसी चीजें होती है जिसे पहले से तय कर दिया जाता है. 

दो साल पहले से होने लगती है ओलंपिक की तैयारियां

टोक्यो ओलंपिक में प्रयोग होने वाले चीजों को साल भर पहले ही तैयार किया जाता है. खिलाड़ियों की टी-शर्ट से लेकर मैदान पर लगने वाले बैनर तक इंतजाम साल भर पहले ही कर लिया जाता है. ऐसे में साल 2020 में होने वाले ओलंपिक की भी तैयारियां 2018 से ही शुरू कर दी गई थी. लेकिन कोरोना के कारण यह खेल अब 2021 में खेला जा रहा है. लेकिन इन खेलों की ब्रांडिंग साल 2020 के आधार पर ही किया जा रहा है. 

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