आईफोन (IPhone) की बिक्री लगातार गिर रही है. इससे Apple (एप्‍पल) का रेवेन्‍यू लगातार घटता जा रहा है. चीन में बिक्री में गिरावट के बाद अब कंपनी ने वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही के राजस्व अनुमान में कटौती की है. इस बीच, दुनिया के सबसे बड़े निवेशकों में से एक और बर्कशायर हैथवे के मालिक वॉरेन बफे की वह बात सुर्खियों में है जिसमें उन्‍होंने कहा था कि वह एप्‍पल के शेयर की कीमतें गिरने से काफी खुश होंगे. इससे उन्‍हें एप्‍पल के शेयर सस्‍ते में खरीदने का मौका मिलेगा. यह उनके मन की मुराद है. चीन में आईफोन की बिक्री कम होने की खबर से बुधवार को Apple Inc के शेयर 7.5% नीचे आ गए थे.

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यह है दिलचस्‍पी का कारण

बफे आम तौर पर रेल-रोड़ परियोजनाओं, एनर्जी कंपनियों और अमेरिका के बड़े कॉरपोरेट ब्रांड में पैसा लगाने में दिलचस्‍पी लेते हैं. एक बार उन्‍होंने कहा था कि टेक्‍नोलॉजी कंपनी में निवेश बेवकूफी है. उन्‍होंने कुछ साल पहले IBM Corp में निवेश किया था, जिससे उन्‍हें खास लाभ नहीं हुआ. लेकिन Apple के बारे में बफे की राय कुछ अलग है. वह इसके शेयरों को तकनीकी कंपनी के शेयर न मानकर कंज्‍यूमर स्‍टॉक मानते हैं. बीते साल मई में उन्‍होंने अपनी कंपनी के शेयरधारकों से कहा था कि एप्‍पल के शेयर गिरना हमारे लिए अच्‍छा है. हम उसे कम कीमत में खरीद पाएंगे.

एप्‍पल ने घटाया राजस्‍व लक्ष्‍य

एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने निवेशकों को भेजे एक पत्र में कहा है कि कंपनी को अब 84 अरब डॉलर राजस्व मिलने की उम्मीद है, जबकि पहले 89 अरब डॉलर से लेकर 93 अरब डॉलर तक राजस्व प्राप्त होने का अनुमान लगाया गया था. इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक कुक ने स्वीकार किया कि अमेरिका के साथ चीन के चल रहे व्यापार तनाव के कारण कंपनी के राजस्व पर असर हुआ है. इसके साथ चीनी अर्थव्यवस्था में मंदी ने भी कंपनी के राजस्व को प्रभावित किया है.

कुछ देशों में आईफोन की बिक्री बढ़ी

कुक ने कहा कि हालांकि हमने कुछ प्रमुख उभरते बाजारों में चुनौतियों का अनुमान लगाया था, लेकिन हम विशेष रूप से वृहद चीन में इस पैमाने पर आर्थिक मंदी का अनुमान नहीं लगा सके. उन्होंने कहा कि कुछ उभरते बाजारों में जहां चुनौतियों का सामना करना पड़ा. वहीं, मेक्सिको, पोलैंड, मलेशिया और वियतनाम जैसे बाजारों में कंपनी ने रिकार्ड प्रदर्शन किया है.