Tokyo Olympics latest news: टोक्यो ओलंपिक  (Tokyo Olympics) में इन दिनों दुनियाभर के खिलाड़ी अपने हुनर का परिचय दे रहे हैं. ओलंपिक में मेडल पाने का सपना लिए हर खिलाड़ी अपने खेल में बेस्ट देने की कोशिश कर रहा है. टोक्यो ओलंपिक  (Tokyo Olympics) में भारत की ओर से मीरा बाई चानू (Mirabai chanu) ने देश को पहला मेडल दिलाया. मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. उन्होंने स्नैच में 87 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 115 किलोग्राम का भार उठाकर यह कारनामा किया. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टोक्यो ओलंपिक  (Tokyo Olympics) में चौथे दिन का खेल जारी है. भारतीय खिलाड़ियों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है. लेकिन ओलंपिक में पहली बार होने वाली स्केटबोर्डिंग (skateboarding) खेल में दो टीनएज लड़कियों ने अपने प्रदर्शन से सभी को हैरान कर दिया. जापान की निशिया मोमोजी (NISHIYA Momiji) ने महज 13 साल की उम्र में स्केटबोर्डिंग (skateboarding) खेल में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की. 

13 साल की लड़कियों ने जीता मेडल्स

13 साल 330 दिन की निशिया मोमोजी (NISHIYA Momiji) जपान की ओर से इस खेल में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी हैं. इससे पहले वर्ल्‍ड चैम्पियनशिप्‍स में निशिया मोमोजी (NISHIYA Momiji) सिल्‍वर मेडल जीती थीं. ब्राजील की रायसा लील (Raisa Leal) ने  स्केटबोर्डिंग (skateboarding) में दूसरा स्थान हासिल किया. सिल्वर मेडल जीतने वाली रायसा लील (Raisa Leal) की उम्र भी 13 साल ही है. 13 साल के इन दो लड़कियों की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है. 

भारतीय खिलाड़ियों को मिला है अब तक सिर्फ एक मेडल

कमाल की बात तो यह रही कि स्‍केटबोर्डिंग के फाइनल में जिन आठ खिलाड़ियों ने प्रवेश किया उनमें से चार की उम्र 16 साल से भी कम थी. 13 साल की उम्र के गोल्‍ड और सिल्‍वर मेडल जीतकर इन खिलाड़ियों ने साबित कर दिया है कि हर अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती है. ओलंपिक में भारत अभी तक सिर्फ एक ही सिल्वर मेडल जीत पाया है, ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों से आने वाले दिनों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी.  

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें