Tokyo Olympics 2020 से भारत आने वाले एथलीटों, अधिकारियों और मीडिया को जापान की राजधानी में उड़ाने से पहले कोरोना के निगेटिव RT-PCR रिपोर्ट देने की कोई जरूरत नहीं होगी. भारत सरकार ने रविवार को इसकी जानकारी दी.

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हेल्थ मिनिस्ट्री में ज्वाइंट सेकेट्ररी लव अग्रवाल (Lav Agarwal) के अधिकारिक लेटर में इस बात की जानकारी दी गई है. बता दें कि इससे पहले भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा (Narinder Batra) ने सरकार से मांग की थी टोक्यो से वापस आने वालों को कोरोना की निगेटिव RT-PCR रिपोर्ट देने से छूट दी जाए.

भारत आने पर कराना होगा टेस्ट

हालांकि हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि केवल उन्हें ही भारत के लिए उड़ान भरने की अनुमति दी जाएगी जो सलाइवा बेस्ड कोविड टेस्ट (saliva-based test) में निगेटिव पाए गए हैं. इसके साथ ही Tokyo Olympics से लौटने वाले सभी लोगों का भारत में Covid Test होगा. इसमें कहा गया है कि केवल उन्हीं लोगों को उड़ान की अनुमति दी जाएगी, जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं.

हेल्थ मिनिस्ट्री ने स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री को एक लेटर में कहा कि डेलीगेशन का भारत आने के बाद फिर से कोविड टेस्ट होगा और उन्हें 14 दिनों के लिए खुद की निगरानी करने की सलाह दी जाएगी.

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क्या है टोक्यो ओलंपिक के प्रोटोकॉल

इसके पहले स्पोर्ट्स सेकेट्ररी रवि मित्तल को लिखे एक लेटर में बत्रा ने कहा कि चूंकि Tokyo Olympics गए सदस्यों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की दोनों डोज लगी हुइ है और टोक्यों में उनका नियमित तौर पर कोविड टेस्ट होता रहता है, तो उन्हें भारत वापस आते समय कोविड टेस्ट देने से छूट दी जाए.

Tokyo Olympics के COVID-19 प्रोटोकॉल के अनुसार, सभी एथलीट हर रोज एंटीजन टेस्ट से गुजरते हैं और जिन एथलीट की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है या उनमें कुठ लक्षण पाए जाते हैं, उनका RT-PCR टेस्ट होता है. इसके साथ ही अपना इवेंट खत्म होने के 48 घंटों के अंदर एथलीट को Tokyo छोड़ना होता है. Tokyo Olympics जाने के पहले भारत की पूरी टीम को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाई गई थी.