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रूस से आई अच्‍छी खबर, कोरोना वैक्‍सीन के टेस्‍ट में मांगी भारत से मदद

Coronavirus महामारी के बीच रूस से इसकी वैक्‍सीन को लेकर अच्‍छी खबर आई है. रूसी सरकार ने स्पुतनिक-5 (Sputnik V) वैक्सीन को डेवलप करने में भारत की मदद मांगी है. इसके साथ ही रूस ने वैक्सीन के तीसरे चरण के Test में भी मदद का आह्वान किया है.
Updated on: September 09, 2020, 03.35 PM IST
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वैक्‍सीन का पहला बैच जारी

रूस ने कोरोना वैक्सीन Sputnik V का पहला बैच अपने नागरिकों के लिए जारी कर दिया है. इस वैक्सीन को गैमलेया नेशनल रिसर्च सेंटर ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने विकसित किया है, जिसे 11 अगस्त को रजिस्‍टर किया गया था.

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भारत से मांगा सहयोग

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल के मुताबिक रूस की वैक्सीन पर सरकार की नजर है. रूसी सरकार ने भारत सरकार से संपर्क करते हुए दो चीजों पर मदद मांगी है. पहला- देश की नेटवर्क कंपनियों की मदद से वैक्सीन का बड़े स्तर पर डेवलप करना. दूसरा- भारत में वैक्सीन का फेज-3 का ट्रायल.

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भारत करेगा वैक्‍सीन टेस्‍ट में मदद

डॉ. पॉल के मुताबिक भारत सरकार अपने खास दोस्त से साझेदारी के इस प्रस्ताव को बहुत महत्व देती है. भारत के लिए इसे जीत की स्थिति करार देते हुए पॉल ने कहा कि भारत उस वैक्सीन का निर्माण बड़ी और जरूरी मात्रा में कर सकता है, जो रूस और भारत के लिए अच्छा है और उस मात्रा का बड़ा हिस्‍सा दूसरे देशों को दिया जा सकता है.  

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भारत में होगी Sputnik V की मैैैैैैैैैैैैैन्‍युफैक्‍चरिंग

भारत इस वैक्सीन के साथ मैन्युफैक्चरिंग, ट्रायल और नियामक प्रक्रिया के लिए साझेदारी में काम कर रहा है. इसके लिए भारत में कई कंपनियों के लिए आउटरीच का विस्तार किया गया है. उनमें से 4 पहले से ही आगे आई हैं. पॉल के मुताबिक दूसरे लोग अपने रूसी समकक्ष के साथ चर्चा कर रहे हैं और सरकार इस प्रक्रिया की सुविधा दे रही है कि कैसे कनेक्शन बनाया जा सकता है.

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भारत में चल रहा ट्रायल

बता दें कि भारत में पहले से 3 वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है. इनमें भारत बायोटेक के वैक्सीन फेज-दो ट्रायल के लिए लोगों का रजिस्‍ट्रेशन शुरू हो गया है. जबकि कैडिला-जायडस के फेज-दो का ट्रायल पहले से चल रहा है.

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ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी

तीसरी वैक्सीन आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की थी, जिसे भारत में सीरम इंस्टीट्यूट बनाने जा रहा है. हालांकि इसके तीसरे फेज के टेस्‍ट को रोक दिया गया है. पहले हुए ट्रायल में शामिल एक व्यक्ति की हालत बिगड़ने पर ट्रायल रोका गया है.