Palm Oil: खाने के तेल की बढ़ती कीमतों से आपको जल्द ही राहत मिलने वाला है. दुनिया में पाम ऑयल के सबसे बड़े निर्यातक देश इंडोनेशिया ने एक महीने पाम ऑयल के निर्यात पर लग प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने बताया कि यह प्रतिबंध 23 मई, 2022 से हटा लिया जाएगा.

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इंडोनेशिया ने करीब एक महीने बाद गुरुवार को एडिबल ऑयल के तेल की सप्लाई और घरेलू कीमतों में सुधार का हवाला देते हुए पाम ऑयल के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो (Joko Widodo) ने कहा कि सोमवार (23 मई, 2022) से निर्यात फिर से शुरू किया जाएगा.

सबसे बड़ा निर्यातक

इंडोनेशिया और मलेशिया पाम ऑयल के दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक हैं, जो उनकी अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ये दोनों देश मिलकर ग्लोबल पाम ऑयल के उत्पादन का 85 प्रतिशत हिस्सा संभालते हैं.

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रूस-यूक्रेन युद्ध का पड़ा असर

रूस और यूक्रेन के युद्ध के कारण पूरी दुनिया में खाने के तेल की ग्लोबल सप्लाई पर काफी दबाव पड़ गया था. यूक्रेन दुनियाभर में सूजरमुखी के तेल की सप्लाई का लगभग आधा हिस्सा रखता है और रूस के पास इसका करीब 25 फीसदी हिस्सा है.

इसे देखते हुए अपने लोकल कमी को करने और आसमान छूती कीमतों को रोकेन के लिए इंडोनेशिया ने एडिबल ऑयल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके बाद पाम ऑयल की कीमतों में 200 फीसदी या उससे अधिक का उछाल देखा गया.

23 मई से खुलेगा निर्यात

विडोडो ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि थोक खाना पकाने के तेल की कीमत 14,000 इंडोनेशिया रुपये (0.96 डॉलर) प्रति लीटर तक पहुंच जाती है, तो उनकी सरकार प्रतिबंध हटाने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि यह अभी भी लक्ष्य तक नहीं पहुंचा है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में इसमें और गिरावट आएगी क्योंकि और अधिक पाम तेल उपलब्ध हो जाएगा. सरकार ने फैसला लिया है कि एडिबल ऑयल का निर्यात 23 मई से फिर से होगा.