यूनिटी इन डाइवर्सिटी यानी विविधता में एकता का जश्न मनाने और एकजुटता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 20 दिसंबर को विश्व स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस (International Human Solidarity Day) मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी घोषणा (United Nation Millenium Declaration) के अनुसार, एकजुटता (Solidarity) उन फंडामेंटल वैल्यूज में से है जो अंतर्राष्ट्रीय संबंधों (International Relations) के लिए आवश्यक हैं.

International Human Solidarity Day का इतिहास

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यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली (United Nations General Assembly) ने 22 दिसंबर 2005 को रेसोल्यूशन 60/209 के तहत मानव एकता (Human Unity) को एकजुटता के मौलिक अधिकार (Fundamental Rights) ले रूप में मान्यता दी गयी थी. ये 21वीं सदी में लोगों के बीच सबंधों को दर्शाता है, और इस संबंध में ही हर साल 20 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया था.

क्यों आवश्यक है एकता?

दुनिया के इतिहास को देखें तो हमें पता चलता है कि दुनिया में सभी महान कार्य हमारी एकता और सहयोग से ही संभव हो पाए है. दुनिया में सभी महान एवं बड़े कार्यों के लिए मानवीय एकता जरुरी होती हैं. हम मानव ही मानव जाती द्वारा झेली जा रही विभिन्न समस्याओं जैसे कि भुकमरी, गरीबी, आतंकवाद और अशिक्षा को सामूहिक प्रयासों से हल कर सकते है.

International Human Solidarity Day का लक्ष्य

1. विविधता के एकता का प्रदर्शन (Unity इन Diversity)

2. नागरिकों के बीच एकता एवं भाईचारे को बढ़ाना

3. अंतर्राष्ट्रीय संबंधो में मजबूती

4. ओवरऑल विकास के लिए आपसी सहयोग को बढ़ावा

5. सतत विकास (Sustainable Development) को बढ़ावा देना

6. दुनिया में शांति को बढ़ावा देना

7. दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाना

 

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