कोविड-19 को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र में की इस पहल की अगुवाई, 130 देशों का मिला सपोर्ट
भारत ने 12 दूसरे देशों ने कोरोनावायरस पर गलत सूचना (Fake Information) से निपटने के लिए सही जानकारी से जुड़े कंटेंट का प्रचार करने के मकसद से की गई एक पहल की अगुवाई की है.
कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले में भारत (India) दुनियाभर में अपनी भूमिका निभा रहा है. संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत और 12 दूसरे देशों ने कोरोनावायरस पर गलत सूचना (Fake Information) से निपटने के लिए सही जानकारी से जुड़े कंटेंट का प्रचार करने के मकसद से की गई एक पहल की अगुवाई की है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, कोविड-19 (Covid-19) वैश्विक महामारी से जुड़ी फर्जी सूचना से निपटने के लिए 130 से ज्यादा देश इस पहल का सपोर्ट कर रहे हैं.
खबर के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया, चिली, फ्रांस, जॉर्जिया, भारत, इंडोनेशिया, लात्विया, लेबनान, मॉरिशस, मैक्सिको, नॉर्वे, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका की इस पहल पर कुल 132 सदस्य देशों ने फर्जी सूचना या तोड़ मरोड़कर दी गई जानकारी से निपटने का सपोर्ट किया है.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के अलावा दुनिया नफरत फैलाने वाले भाषणों एवं साजिशों, नुकसानदायक स्वास्थ्य सलाहों और फर्जी सूचना का खतरनाक विस्फोट भी देख रही है.
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत के स्थायी मिशन ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र के ‘वेरिफाइड’ इनिसिएटिव का सपोर्ट करता है और कोविड-19 के इस समय में गलत सूचना से निपटने के लिए दुनियाभर में एक्शन लेने की बात कही है. 13 देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि कोविड-19 स्वास्थ्य संकट के समय में गलत सूचना फैलाना लोगों की सेहत और सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है.
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दूसरे निगेटिव परिणामों के साथ ही कोविड-19 ने ऐसी परिस्थितियां पैदा की है जिससे हिंसा भड़काने और समुदायों को बांटने के लिए फर्जी खबरें या सूचनाएं और छेड़छाड़ की गई वीडियो सर्कुलेट की जा रही हैं. बयान में कहा गया है कि हम महामारी से जुड़ी झूठी और छेड़छाड़ की गई सूचना को जानबूझकर सर्कुलेट करने से हुए नुकसान से भी काफी चिंतित हैं.