मीडिया उद्योग अपनी आमदनी के लिए मुख्य रूप से विज्ञापनों पर आधारित है, और प्रत्येक मीडिया संस्थान अधिक से अधिक विज्ञापन पाना चाहता है, लेकिन अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने रिपब्लिकन पार्टी के एक चुनावी विज्ञापन को प्रसारित करने से इनकार कर दिया. चैनल का कहना है कि ये विज्ञापन नस्लवादी है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने शनिवार को ट्वीट करके जानकारी दी, 'सीएनएन से इस विज्ञापन को चलाने से मना कर दिया है... मेरा अनुमान है कि वे केवल झूठी खबरें चलाते हैं और उन वास्तविक चुनौतियों के बारे में बात नहीं करते हैं, जो उनके एजेंडा को सूट नहीं करता है. खुश रहिए.'

इसके जबाव में सीएनएन ने कहा है कि इस विज्ञापन का कंटेंट नस्लवादी है. सीएनएन के मुताबिक, 'सीएनएन ने अपने संपादकीय कवरेज में ये स्पष्ट किया है कि ये विज्ञापन नस्लवादी है. जब हमें इस विज्ञापन के एक संस्करण को पैसे लेकर चलाने का ऑफर मिला, तो हमने मना कर दिया. यही सच्चाई है.'

ये वीडियो अमेरिका के पड़ोसी देश मैक्सिको से होने वाली घुसपैठ के बारे में है. तीन लैटिन अमेरिकी देशों अल साल्वाडोर, होंडुरास और ग्वाटेमाला से करीब 7000 शरणार्थियों का काफिला अमेरिका की ओर बढ़ रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें रोकने के लिए सीमा पर सेना तैनात की है. विज्ञापन में दावा किया गया है कि ये शरणार्थी अमेरिका में अपराध करने आते हैं. इस वीडियो के सहारे डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावों में अपने लिए वोट मांगा है और कहा है कि वो शरणार्थियों को अमेरिका में आने से रोकेंगे.

अमेरिकी समचार चैनल एनबीसी न्यूज के मुताबिक 2018 की पहली छमाही में अमेरिका में चुनावों के दौरान तीन अरब डॉलर का विज्ञापन दिया गया है. ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले दोगुना है. इस दौरान डेमोक्रेटिक कंडीडेट्स और उनके ग्रुप ने 1.5 अरब डॉलर खर्च किए हैं. रिपब्लिकंस ने 1.3 अरब डॉलर खर्च किए हैं, जबकि शेष धन निर्दलीय प्रत्याशियों ने खर्च किया.