Omicron variant vaccine: दुनियाभर में कोविड19 वायरस (COVID19 virus) के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (omicron) को लेकर दहशत का माहौल है. इस बीच, बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना (Moderna) के चीफ मेडिकल अफसर डॉ. पॉल बर्टन ने कहा है कि अगर ओमीक्रॉन वेरिएंट से निपटने के लिए नई वैक्‍सीन की जरूरत होती है, तो वह अगले साल की शुरुआत तक तैयार हो सकती है. डॉ. बर्टन ने एक टीवी शो के दौरान कहा, ''उन्हें संदेह है कि नया ओमीक्रॉन कोरोनावायरस वेरिएंट मौजूदा वैक्‍सीन से बच सकता है, और अगर ऐसा है, तो 2022 की शुरुआत में एक नया शॉट उपलब्ध हो सकता है.''

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एक नई वैक्‍सीन बनाने की संभावनाओं के बारे में डॉ. बर्टन ने बीबीसी के एक शो में कहा, ''अगर हमें एक ब्रांड न्‍यू वैक्‍सीन बनाने पड़ी, तो मेरा मानना है कि यह 2022 की शुरुआत तक तैयार हो जाएगी. इससे पहले इसे बड़ी संख्‍या में बनाना होगा. mRNA वैक्‍सीन के साथ अच्‍छी बात यह है कि हम इस पर बहुत तेजी से आगे बढ़ सकते हैं.'' डॉ. बर्टन ने कहा कि लोगों के लिए अब सबसे अहम बात एक वैक्‍सीन और एक बूस्टर डोज लेना है. उन्‍होंने कहा कि अब तक जिन लोगों ने वैक्‍सीन नहीं लगवाई है, वे वैक्‍सीन लगवाएं और जो लोग बूस्‍टर डोज के लिए पात्र हैं, वो ये शॉट लें.  

Omicron variant vaccine: कोविड19 के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट की जानकारी सबसे पहले साउथ अफ्रीका में हुई. इस वेरिएंट के मामले अबतक नीदरलैंड, ब्रिटेन, ऑस्‍ट्रेलिया, डेनमार्क समेत 15 देशों में आ चुके हैं. ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद कई देशों ने सख्‍त ट्रैवल प्रतिबंध लगा दिए हैं. डॉ. बर्टन ने कहा, ''यह खतरनाक वायरस लग रहा है लेकिन मेरा मानना है कि हमारे पास इससे निपटने के लिए कई संसाधन है. हमें इससे लड़ने के लिए सक्षम होना होगा. इसलिए मैं आशान्वित हूं.''

भारत ने भी जारी ट्रैवल गाइडलाइन

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ (Omicron variant) को लेकर बढ़ती चिंता के बीच भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए संशोधित दिशानिर्देश जारी किए हैं. ये दिशानिर्देश 1 दिसंबर 2021 से प्रभावी हो जाएंगे. इन दिशानिर्देशों के अनुसार ‘जोखिम’ कैटेगरी वाले देशों से आने वाले या उन देशों से होकर भारत पहुंचने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR जांच अनिवार्य कर दी गई है.  

नई गाइडलाइंस के मुताबिक, अब यात्री के लिए 14 दिन की ट्रैवल डिटेल जमा करना और यात्रा शुरू करने से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर कोरोना वायरस की निगेटिव आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य होगा. नए आदेश के बाद तब तक यात्री को हवाई अड्डा छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक नमूने की जांच के नतीजे प्राप्त नहीं हो जाते. अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें 7 दिन के लिए घर में क्वारंटाइन रहना होगा. 8वें दिन दोबारा जांच होगी और अगर यह निगेटिव आती है तो अगले 7 दिन तक खुद निगरानी करनी होगी.

भारत ने इन देशों को रिस्‍क कैटेगरी में रखा

भारत सरकार ने दक्षिण अफ्रीका के अलावा यूके सहित यूरोपीय देशों, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरिसस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हॉन्ग-कॉन्ग और इजराइल को जोखिम वाले देशों की कैटेगरी में रखा है. इन देशों में पहले ही ओमीक्रॉन (Omicron) के केस सामने आ चुके हैं. इन 12 देशों से आने वाले यात्रियों की भारत में भी कोरोना जांच की जाएगी और क्वारंटाइन भी किया जाएगा.